लखनऊ। उत्तर प्रदेश के झांसी में जमीनों पर कब्जे के खेल में सत्तापक्ष के विधायक का नाम खूब चर्चाओं में बना है। इसके लिए वो हाईकोर्ट के आदेश को दरकिनार कर रहे हैं। अधिकारियों से मिलीभगत कर हाईकोर्ट में झूठी आख्या भी लगवा दे रहे हैं। सत्तापक्ष के विधायक के दबाव में झूठी रिपोर्ट लगवाने लगे अधिकारियों की भी कलई खुलनी शुरू हो गयी है। यही नहीं, अब यहां पर विधायक और जिलाधिकारी भी एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं।
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दरअसल, ग्राम मैरी तहसील झांसी में स्थित गाटा संख्या 258 मि० रकवा 0.041 हे० को लेकर विवाद चल रहा है। बताया जा रहा है कि, अपने रसूख के चलते भाजपा विधायक राजीव सिंह परीछा यहां पर निर्माण कार्य करा रहे हैं। इसके लिए वो जिला प्रशासन के अधिकारियों पर भी दबाव बना रहे हैं। यहां तक की जिलाधिकारी पर भी इसको लेकर दबाव बना रहे हैं। वहीं, ये मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो वहां से उक्त जमीन की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई। इस पर विधायक राजीव सिंह परीछा ने अधिकारियों पर दबाव डालकर गलत रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल करा दी।
उपजिलाधिकारी ने अपने रिपोर्ट में बताया कि, उक्त गाटा संख्या 258 मि० रकवा 0.041 हे० का राजस्वी टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया। इसमें पाया गया कि, गाटा संख्या 258 मौके पर खाली है और इसको आवागमन में उपयोग किया जा रहा है। किसी पक्ष के द्वारा उसमें निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, विधायक के दबाव में ये रिपोर्ट बनाई गई लेकिन मौके पर निर्माण कार्य जारी है। विधायक अपने रसूख के चलते वहां पर निर्माण कार्य करा रहे हैं, जबकि अधिकारियों के मना करने पर उनको भी धमका रहे हैं। सूत्रों की माने तो विधायक राजीव सिंह परीछा और जिलाधिकारी इसको लेकर आमने-सामने आ गए हैं। जिलाधिकारी की तरफ से इस निर्माण का विरोध किया जा रहा है, जबकि विधायक अपने रसूख के चलते यहां पर निर्माण कार्य करा रहे हैं।
पहले भी विवादों में आ चुके हैं विधायक
भाजपा विधायक राजीव सिंह परीछा का पहले से ही विवादों से नाता है। बीते महीनों उन्होंने अपने करीबियों के साथ मिलकर ट्रेन में एक यात्री की पिटाई कर दी थी, जिसकी वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। हालांकि, इस मामले में विधायक की खूब किरकिरी हुई की। अब विवादित जमीन पर निर्माण को लेकर एक बार फिर विधायक चर्चा में हैं और हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी निर्माण कार्य करा रहे हैं।