नई दिल्ली। मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार काफी सक्रिय हो गया है। जबकि वहीं गैर स्थानिक देशों में मंकीपॉक्स की केस में उछाल देखने को मिल रहा है। मंगलवार को सरकार ने एक दिशानिर्देश जारी किया है, जिसमें निगरानी, तेजी से पहचान और आइसोलेशन पर जोर दिया गया है।
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बता दें कि कोरोना महामारी से लोग अभी पूरी तरह से उभर भी नही पाएं थे कि तभी विश्व के कई देशों में मंकीपाक्स ने दस्तक दे दिया है। मंकीपॉक्स चेचक की तरह ही होता है। लेकिन इसमें मृत्यु दर 10 प्रतिशत होता है। यह चेचक से कम खतरनाक होता है।
दरसल, भारत में अभी इसके एक भी केस नही पाएं गए हैं। लेकिन सरकार इसको लेकर काफी सक्रिय हो गया है। वहीं पिछले दिनों डब्ल्यूएचओ ने ऐसे देशों की संख्या 20 बताई थी, जहां मंकीपॉक्स के दो सौ से ज्यादा मामले पाए जा चुके हैं।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी दिशानिर्देश में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बीमारी के संभावित प्रसार को रोकने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय के तहत नए मामलों की निगरानी और तेजी से पहचान करने पर जोर दिया है।
सरकार ने आदेश जारी किया है कि मंकीपाक्स से प्रभावित देश से आने वाले व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा जाएगा।