Chaitra Navratri 2022: मां दुर्गा की कृपा जिस पर हो जाये उसकी किस्मत खुल जाती है। इस बार नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से प्रारंभ हो गई है। चैत्र नवरात्रि में मैया का आगमन अश्व पर सवार होकर हुआ है। माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। पौराणिक गंथों के अनुसार,अनुसार माँ चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। मां के सिर पर अर्धचंद्र घंटे के आकार में विराजमान होता है। इसलिए मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप को चंद्रघंटा नाम दिया गया है। आज के दिन मां चंद्र धंटा को प्रसन्न् करने के लिए इन मंत्रों के जाप करने से मां की विशेष कृपा मिलती है।
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मां चंद्रघंटा के मंत्र
पिण्डजप्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकेर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।