नई दिल्ली। बिहार (Bihar) के छपरा (Chapra) में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। इसी बीच शुक्रवार को एक बड़ी खबर सामने आ रही है। छपरा शराबकांड (Chapra Liquor Case) का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में इसको लेकर एक याचिका दायर की गई है। इसमें मामले की जांच के लिए SIT गठित (SIT Formation) करने की मांग की गई है। साथ ही मृतकों के आश्रितों के लिए मुआवजे की भी मांग की गई है।
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बता दें कि छपरा जहरीली शराबकांड (Chapra Liquor Case) में अब तक 50 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) लगातार कह रहे हैं कि जो शराब पीएगा वह मरेगा ही। उन्होंने विधानसभा में भी स्पष्ट कर दिया कि जहरीली शराब पीने से मरने वालों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा। विधानसभा में सीपीआई के विधायक सतेंद्र कुमार (CPI MLA Satendra Kumar in the Vidhan Sabha) ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) बिफरते हुए भाकपा विधायक की मांग पर कड़ी आपत्ति जताई। इसके साथ ही कहा कि जहरीली शराब पीकर मरने वालों को वह एक पैसा भी मुआवजा नहीं देंगे। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि जब वह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) लड़ते थे तब भाकपा और माकपा उनका साथ देती थी।
बिहार विधानसभा में हंगामा
छपरा में जहरीली शराब (Poisonous liquor in Chhapra) पीने से 50 लोगों से ज्यादा की मौत होने के बाद बिहार के साथ ही देश की सियासत भी गरमा गई है। सीएम नीतीश कुमार लगातार कह रहे हैं कि जो शराब पीएगा वह मरेगा ही। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है, उनके आश्रितों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा। इस मसले पर विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। हालात को इसी से समझा जा सकता है कि सदन की कार्रवाई को स्थगित तक करनी पड़ गई।
छपरा शराबकांड को लेकर बड़ी कार्रवाई की तैयारी
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सारण जिले में जहरीली शराबकांड (Poisoned Liquor Case) के कारण 50 से अधिक लोगों की मौत के बाद उत्पाद विभाग की नींद टूटी है। छपरा जहरीली शराब कांड (Chhapra Poisoned Liquor Case) में मशरख थाने से चोरी की गई स्प्रिट से शराब बनाने का मामला आने के बाद उत्पाद विभाग (Product Division) की टीम इसकी जांच करने की बात कह रही है। विभाग का कहना है कि बिहार के सभी थानों में जब्त शराब की जांच की जाएगी। सभी थानों में जब्त किए गए शराब के सैंपल को लैब भेजा जाएगा।