लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर भ्रमण के दौरान भटहट के पिपरी में बन रहे महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यों को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से जवाबदेही के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्य में अपेक्षित प्रगति न होने पर निर्माण एजेंसी पर जुर्माना लगाने तथा इसके बाद भी सुधार न होने की दशा में एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री ने आयुष विश्वविद्यालय के ले-आउट का अवलोकन करने के साथ परिसर का भ्रमण कर अब तक हुए निर्माण का जायजा लिया। उन्होंने एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्टल, जल-निकासी आदि कार्यों को सबसे पहले कराए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कुलपति के साथ बैठक कर कार्यां की प्राथमिकता तय की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों में तेजी लाने के लिए एक साथ 1200 से 1500 मजदूरों-कारीगरों को कार्य पर लगाया जाए।
आयुष विश्वविद्यालय के निरीक्षण के उपरान्त, मुख्यमंत्री ने मानीराम-बालापार मार्ग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का भी निरीक्षण किया और निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ओवरब्रिज निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष किसानों को मुआवजा वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी का मुआवजा बाकी हो, तो जल्द से जल्द उसे उपलब्ध करा दिया जाए।
निरीक्षण के दौरान आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह, सांसद रवि किशन शुक्ल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।