लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार आयुष विभाग के अंतर्गत ‘उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग’ द्वारा चयनित 393 होम्योपैथिक फार्मासिस्ट को आज नियुक्ति-पत्र वितरित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, पहली बार आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी और होम्योपैथी… इन सबको मिलाकर एक आयुष मंत्रालय के गठन के बाद Traditional Medicine को एक नई पहचान देने की जो पहल वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रारम्भ की थी, आज उसके बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा, योग के साथ जुड़ने का मतलब…भारत की ऋषि परम्परा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना है। कोविड कालखंड में हर एक जगह आयुष काढ़ा उपयोग होने लगा, हर व्यक्ति उसको स्वीकार करने लगा। देश हो या दुनिया, कहीं भी हर परिवार का हिस्सा बन गया।
Traditional Medicine के क्षेत्र में भारत ने एक लंबी छलांग लगाई है… pic.twitter.com/FRqjhSA5ip
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 10, 2023
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इसके साथ ही कहा, Health Tourism में अगर किसी एक सेक्टर में सबसे अधिक संभावना है तो उसके लिए भारत में ‘आयुष’ अपने आपको तैयार कर सकता है। दुनिया आज आपकी तरफ आना व देखना चाहती है, लेकिन उसके अनुरूप वातावरण देना यह हमारा दायित्व है। हम करियर बनाने और उत्तम आरोग्यता के लिए भी Traditional Medicine को प्रोत्साहित करें, लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।