देहरादून। उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत का विवादित बयान सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया है। रावत देहरादून में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के एक कार्यक्रम को संबोधित करते समय ये बयान दिया है, जिसकी जमकर आलोचना हो रही है। सीएम मंगलवार को बाल अधिकार सरंक्षण आयोग द्वारा बच्चों में बढ़ती नशे की लत, रोकथाम और पुनर्वास विषय पर आयोजित सम्मेलन में बोल रहे थे।
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उन्होंने कहा कि बच्चों में नशे की प्रवृत्ति के लिए संस्कारों पर जोर देते हुए कहा कि बच्चा स्कूल से नहीं घर से संस्कार सीखता है। उन्होंने कहा कि बच्चा जो देखता है, वही करता है। सीएम यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने पाश्चात्य सभ्यता पर तंज कसने शुरू किए तो फिर उनका पूरा भाषण इसी में उलझ कर रह गया। सीएम ने अपनी एक यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार जब वे हवाई जहाज से यात्रा कर रहे थे, तो उनकी बगल की सीट पर एक महिला बैठी थी।
महिला ने पैरों में बड़े बड़े जूते पहने हुए थे। थोड़ा सा ऊपर देखा तो जीन्स और वो भी घुटनों में फटी हुई। मैंने उस महिला से पूछा कि आप क्या काम करती हैं, तो उन्होंने कहा कि वे समाज सेविका हैं। सीएम ने ऐसे समाज सेवकों पर भी तंज कसा। सीएम का ये बयान भी जमकर ट्रोल हो रहा है और लोग अलग-अलग प्रकार से अपने विचार दे रहे हैं।