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लखनऊ विश्वविद्यालय को NAAC से A++ ग्रेड मिला ,यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला राज्य विश्वविद्यालय बना

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय (University of Lucknow ) ने मंगलवार को इतिहास रचते हुए  नैक ( NAAC)  से A++ ग्रेड हासिल किया है। ऐसा कारनामा करने वाला पहला राज्य विश्वविद्यालय (First State University) बना है।

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इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के मार्गदर्शन में नित नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रहे लखनऊ विश्वविद्यालय को NAAC India
द्वारा Grade A++ रैंकिंग प्रदान की गई है। यह रैंकिंग प्राप्त करने वाला प्रदेश का पहला राज्य विश्वविद्यालय बनने पर सभी को बधाई।

यूपी के राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के निर्देशन में यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय को इस उपलब्धि हासिल करने में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। नैक की तरफ से विश्वविद्यालय का विभिन्न बिंदुओं पर मूल्यांकन किया गया था। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विश्वविद्यालय परिवार और प्रदेशवासियों को दी बधाई है। राज्यपाल ने कहा कि यह उपलब्धि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए प्रेरणादायी साबित होगी।

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लखनऊ विश्वविद्यालय ने लंबी कवायद के बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (नैक) में ए प्लस प्लस ग्रेडिंग प्राप्त की है। विश्वविद्यालय में नैक की टीम ने 21 से 23 जुलाई तक स्थलीय निरीक्षण किया था। जिसके बाद मंगलवार को परिणाम जारी किया गया है। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि यह सामूहिक प्रयास और तैयारियों का नतीजा रहा कि हमें अच्छी ग्रेड मिली। हमें शिक्षकों व विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं व संसाधन देने का प्रयास करेंगे। परिणाम की जानकारी होते ही विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल है। शिक्षक-कर्मचारी सभी एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं।

विश्वविद्यालय ने वर्ष 2014 में नैक में बी ग्रेड प्राप्त किया था। जो 2019 में समाप्त हुआ था। इसके बाद कोविड व अन्य कारणों से विश्वविद्यालय दो साल इसके लिए आवेदन नहीं कर सका। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने आने के साथ ही इसके लिए कवायद शुरू कर दी थी। स्थलीय चीजों को सुधारने के साथ लंबी कवायद के बाद सेल्फ एसेसमेंट रिपोर्ट (SSR) नैक में सब्मिट की गई। जिसके बाद विश्वविद्यालय को बड़ी सफलता मिली। उसने ऊंची छलांग लगाते हुए ए प्लस प्लस ग्रेड हासिल किया है।

विश्वविद्यालय में पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक संकट बना हुआ है। पिछले साल विश्वविद्यालय से चार जिलों रायबरेली, सीतापुर, हरदोई व लखीमपुर खीरी के कॉलेजों को संबद्ध किए गया। तमाम आर्थिक दिक्कतों के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी मेहनत और लगन से ऊंचा लक्ष्य प्राप्त किया है।

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नेशनल पीजी को लगा झटका
लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ ही नेशनल पीजी कॉलेज ने भी नैक एक्रीडिटेशन के लिए आवेदन किया था। यहां भी 21 व 22 जुलाई को नैक की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया था। जिसके बाद मंगलवार को जारी परिणाम में कॉलेज को बी प्लस प्लस से संतोष करना पड़ा। जबकि पिछली बार कॉलेज को ए ग्रेड मिला था। प्राचार्य प्रो. देवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि हम समीक्षा करेंगे कि कहां कमियां रह गईं और आगे उसे बेहतर करके फिर से नैक में जाएंगे।

 

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