अयोध्या। मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में अयोध्या को विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने हेतु अयोध्या विजन डाक्यूमेंट डेवलपमेंट/गतिमान परियोजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा बैठक आयुक्त कार्यालय सभागार में आहूत की गयी। मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने अयोध्या में निर्माणाधीन विभिन्न परियोजनाओं के प्रगति एवं विकास कार्यो के सम्बंध में मुख्य सचिव के समक्ष बिन्दुवार प्रस्तुतीकरण किया गया।
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मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले 6 माह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण
मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले 6 माह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आगामी जनवरी माह में भव्य श्रीराम जन्मभूमि का उद्घाटन होना है, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लाखों की वृद्धि होगी। अयोध्या में निर्माणाधीन विभिन्न पथ यथा रामपथ, भक्ति पथ व जन्मभूमि पथ के निर्माण कार्य के लिए आगामी दो माह बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि जुलाई माह में बरसात के कारण कार्य बाधित हो सकता है इसलिए अधिक से अधिक मानव संसाधन बढ़ाकर दिन रात दोनों शिफ्टों में 24+7, कार्य को और तेजी से किया जाय।
सभी अधिकारी अयोध्या धाम में निर्माणाधीन कार्यो में व्यक्तिगत रूचि रखते हुये कार्य करायें। उनमें यह भावना होनी चाहिए कि हम अयोध्या के निर्माण के साक्षी बनें। मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी दिनों में अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। हमारी यह जिम्मेदारी है कि देश विदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जाय। इसके लिए अभी से अयोध्या में स्थित सभी धर्मशालाओं व होम स्टे की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। इसके लिए आनलाइन पोर्टल बनाया जाय । इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाय, जिससे आने वाले श्रद्धालु घर बैठे ही बुकिंग कर सुविधायें प्राप्त कर सकें।
अयोध्या में प्रस्तावित टेन्ट सिटी को जल्द से जल्द विकसित कर उसका संचालन किया जाय
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अयोध्या में प्रस्तावित टेन्ट सिटी को जल्द से जल्द विकसित कर उसका संचालन किया जाय। उन्होंने भविष्य में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सुगम यातायात उपलब्ध कराने हेतु चलायी जा रही। परियोजनाओं की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को बुनियादी सुविधायें उपलब्ध हों। इसके लिए एक बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाय, जिसमें श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुये ट्रेनों की संख्या बढ़ायी जाय । अयोध्या में निर्मित बस स्टाप को और विकसित किया जाय । उसके सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर अण्डर पास बनाया जाय, जिससे लखनऊ से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सुगम यातायात की सुविधा मिल सकें।
उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह अयोध्या धाम में 50 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध करायी जाय, जिससे अयोध्या के अंदर श्रद्धालुओं को आने जाने में सुविधा हों। मुख्य सचिव ने अयोध्या में प्रस्तावित 06 प्रमुख प्रवेश द्वारों में भूमि अर्जन की कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण कर। वहां पर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराते हुये भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण कार्य किया जाय, जिसमें पार्किंग फूडकोर्ट आदि की सुविधायें श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रमुख स्थानों पर फूड प्लाजा एवं फूड कोर्ट आदि की सुविधायें श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी जाय।
इन्दौर की भांति कूड़े का कलेक्शन डोर टू डोर शत प्रतिशत किया जाय
उन्होंने अयोध्या को स्वच्छ एवं सुन्दरतम नगरी के रूप में विकसित करने हेतु कहा। अयोध्या को पूरे देश के लिए आइडियल/विश्व स्तरीय सिटी के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक है। इन्दौर की भांति कूड़े का कलेक्शन डोर टू डोर शत प्रतिशत किया जाय। यहां के आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाये। उन्होंने मण्डलायुक्त से कहा कि जिन भी प्रोजेक्ट/सरकारी भवनों का निर्माण कार्य पूर्ण होने वाला है उनकी एक लिस्ट बना ली जाय तथा जैसे ही कार्य पूर्ण हो जाये। उनका संचालन सुनिश्चित किया जाय। निर्मित सभी सरकारी भवनों एवं सरकारी परियोजनाओं में अयोध्या की ब्राडिंग की जाय। उन्होंने जोर दिया कि सभी प्रोजेक्ट में अयोध्या की ब्राडिंग करते हुये अयोध्या की भावना को विकसित किया जाय। उन्होंने निर्माणाधीन तुलसी स्मारक भवन निर्माण की समीक्षा करते हुये कहा कि यदि निर्माण कार्य के डिजाइन में कोई त्रुटियां है। तो मण्डलायुक्त को उसकी जांच करने तथा जिम्मेदार अधिकारियों की जवावदेही तय करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आप सभी अपना स्वयं का घर बनाते समय एक-एक बारीकियों का ध्यान रखते है उसी प्रकार इन सभी सरकारी भवनों के निर्माण में भी बारीकियों का ध्यान जरूर रखें। उन्होंने अयोध्या बसखारी मार्ग की समीक्षा की। सम्बंधित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि उक्त मार्ग में अकबरपुर बाईपास में दो रेलवे ओवरब्रिज पड़ रहे है जिस कारण इस कार्य में विलम्ब हो रहा है जिस पर उन्होंने कहा कि 10 किमी0 बाईपास निर्माण में दो रेलवे ओवरब्रिज कैसे पड़ रहे? इसकी जांच की जाय और सम्बंधित अधिकारियों की जवावदेही तय की जाय।
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जिलाधिकारी नितीश कुमार ने अयोध्या धाम में निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रगति की जानकारी ली तथा इन सभी प्रोजेक्ट में आने वाली समस्याओं को मुख्य सचिव के समक्ष रखा। पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने आगामी सावन मास मेले के दृष्टिगत अयोध्या में निर्माणाधीन रामपथ में श्रृंगार हाट से लेकर हनुमानगढ़ी दशरथ महल तक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण करवाने । उन्होंने कहा कि अयोध्या में बाहरी प्रदेशों के लोगों द्वारा भूमि क्रय किया जा रहा है, जिसमें बाहरी लोगों के साथ भूमि क्रय में फरेब हो जाता है। बाहरी व्यक्तियों की सहायता के लिए एक सेल गठित करने के सम्बंध में मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट किया, जिस पर मुख्य सचिव ने सम्बंधित अधिकारियों को सर्तक दृष्टि रखते हुये कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
नगर आयुक्त/उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण विशाल सिंह द्वारा अयोध्या के विकास के लिए चलायी जा रही विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव आवास एवं शहरी नियोजन, प्रमुख सचिव सिंचाई, प्रमुख सचिव परिवहन सहित अन्य प्रमुख विभागों को प्रमुख सचिव एवं मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक से पूर्व मुख्य सचिव द्वारा अयोध्या के गुप्तारघाट के फेस-1, फेस-2, फेस-3 का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन एसटीपी प्लांट, अयोध्या के नयाघाट सहित विभिन्न घाटों व प्रमुख स्थलों का निरीक्षण किया गया। मुख्य सचिव ने गुप्तारघाट में छायादार वृक्षों को रोपण करने के निर्देश दिये। सभी घाटों को साफ सुथरा रखने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने अयोध्या को सोलर सिटी बनाने के दृष्टिगत इस कार्य को और गति देने के लिए सूर्य रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस यात्रा के लिए लोगों को सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का निरीक्षण किया
बैठक के उपरांत मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। जिसमें रन-वे का कार्य पूर्ण हो गया है। एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य अंतिम चरण में है। निर्माण कार्यो की प्रगति की सराहना की। उन्होंने रन-वे पर चलकर देखा। इसके पश्चात अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित सूर्यकुण्ड का निरीक्षण किया । कराये गये कार्यो की सराहना की और सूर्यकुण्ड में जगह-जगह पर कूड़ेदान रखने के निर्देश दिये।