नई दिल्ली। घर—घर राशन योजना को लेकर सीएम केजरीवाल और केंद्र के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सीएम केजरीवाल ने इसको लेकर आज एक प्रेस कॉफ्रेंस की। इस दौरान सख्त अंदाज में अपनी बात रखते हुए उन्होंने इस वार्ता के माध्यम से सीधे प्रधानमंत्री मोदी का अभिवादन किया और कहा कि आज मैं आपसे बात करना चाहता हूं।
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सीएम ने इस योजना को धरातल पर उतारने को लेकर आ रही दिक्कतों पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत ही व्यथित हूं। अगले सप्ताह से घर घर राशन पहुंचाने की योजना शुरू होने वाली थी। मतलब अब लोगों को लाइन में खड़े होकर धक्के नहीं खाने पड़ते, बल्कि सरकार अच्छे तरीके से बढ़िया राशन पैक करके उनके घरों तक पहुंचा देती। तैयारी पूरी होने के बाद अचानक आपने इसे दो दिन पहले रोक दिया।
सीएम ने कहा कि हमने इस योजना के लिए केंद्र सरकार से एक नहीं पांच बार अनुमति ली, लेकिन इसके बावजूद इसकी शुरूआत से एक सप्ताह पहले इसे खारिज कर दिया। कानूनी तौर पर हमें केंद्र की मंजूरी की जरूरत नहीं है, लेकिन हमने शिष्टाचार के चलते ऐसा किया।
केजरीवाल ने बार-बार केंद्र सरकार से इस योजना पर रोक लगाने का कारण पूछा। उन्होंने कहा कि जब हाईकोर्ट ने इस योजना पर रोक नहीं लगाई तो आप कैसे लगा सकते हैं। इस देश में जब पिज्जा, बर्गर, स्मार्टफोन और कपड़ों की होम डिलीवरी हो सकती है तो गरीबों के घरों में राशन क्यों नहीं?