नई दिल्ली। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (British PM Rishi Sunak) ने बुधवार को एलान किया कि वह अगले सप्ताह मिस्र (Egypt) में कॉप-27 (COP27) जलवायु शिखर सम्मेलन (climate summit ) में भाग लेंगे। उनकी ये घोषणा घरेलू मुद्दों और ब्रिटेन में आर्थिक संकट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शर्म अल शेख में बैठक को छोड़ने के उनके पिछले फैसले के उलट है।
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सुनक ने जलवायु कार्यकर्ताओं की आलोचना के बाद ट्विटर पर ये बात कही। भारतीय मूल के कॉप-27 के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने कहा था कि जलवायु कार्रवाई के मुद्दे पर यूके की प्रतिबद्धता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री का उपस्थित होना महत्वपूर्ण है।
ग्रीन पार्टी ने इसे बड़ा यू-टर्न करार दिया
ग्रीन पार्टी ने इसे बड़ा यू-टर्न और विश्व मंच पर एक शर्मनाक गलत कदम करार दिया। इस हफ्ते की शुरुआत में डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि शिखर सम्मेलन में पीएम सुनक की उपस्थिति की समीक्षा की जा रही है, क्योंकि 17 नवंबर को होने वाले एक महत्वपूर्ण आर्थिक बयान की तैयारी पर चांसलर जेरेमी हंट के साथ बातचीत जारी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई विश्व नेता जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ( UNFCCC) के दलों के 27वें सम्मेलन में शिरकत करने वाले हैं। भारत के केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव सकॉप-27 में 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की पुष्टि की जानी बाकी है।
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एक उत्साही जलवायु प्रचारक किंग चार्ल्स III (King Charles III) इसमें भाग नहीं लेंगे। शुक्रवार को बकिंघम पैलेस में विश्व नेताओं के लिए कॉप27 शिखर सम्मेलन से पहले स्वागत समारोह की मेजबानी करेंगे। पिछले नवंबर में ग्लासगो में यूके द्वारा कॉप-26 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के बाद से हुई प्रगति की समीक्षा के रूप में इसकी योजना बनाई गई है, जिसमें सुनक और आलोक शर्मा अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत के नेताओं और निर्णय निर्माताओं के साथ भाग ले रहे हैं।