Vice President Election: महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को एनडीए (NDA) ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। जिसको लेकर डीएमके ने एनडीए पर निशाना साधा है। तमिलनाडु के सत्ताधारी के नेता टीकेएस एलंगोवन ने एनडीए में तमिल नेताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव नजदीक हैं इसलिए एक तमिल को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया गया है।
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एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने पर डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने पीटीआई से कहा, “अन्य तमिल नेताओं की अनदेखी के अलावा, भाजपा ने तमिलनाडु के लिए क्या किया है? वे तमिल सभ्यता को देश की सबसे प्राचीन सभ्यता के रूप में स्वीकार नहीं करना चाहते, और उनके मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु को शिक्षा के लिए धन नहीं मिलना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “वे (एनडीए) उपराष्ट्रपति पद पर एक तमिल को बिठाना चाहते हैं क्योंकि चुनाव नज़दीक हैं, और नए उपराष्ट्रपति का कार्यकाल केवल दो साल का है।”
बता दें कि सीपी राधाकृष्णन 2024 से महाराष्ट्र के 24वें और वर्तमान राज्यपाल हैं। वे भाजपा के सदस्य रहे हैं और कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए थे। उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। अगर विपक्ष भी अपने उम्मीदवार की घोषणा करता है ( जिसकी प्रबल संभावना है ) तो 9 सितंबर को चुनाव होगा। एनडीए को निर्वाचक मंडल ( लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल ) में पूर्ण बहुमत प्राप्त है। मतदान की स्थिति में सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार यानी सीपी राधाकृष्णन की जीत निश्चित है।
निर्वाचक मंडल की प्रभावी संख्या 781 है, जिसमें सत्तारूढ़ एनडीए को कम से कम 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी व्हिप लागू नहीं होता, क्योंकि इसमें गुप्त मतदान होता है। गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव कराना पड़ रहा है।