नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) नेशनल पैंथर्स पार्टी (National Panthers Party) के संस्थापक और सीनियर लीडर प्रोफेसर भीम सिंह (Prof Bhim Singh) का मंगलवार सुबह निधन हो गया है। वह 80 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें सुबह 8:45 पर अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। बीते कई महीनों से नेशनल पैंथर्स पार्टी (National Panthers Party) के नेता बीमार चल रहे थे। भाजपा के नेता देवेंदर सिंह राणा (BJP leader Devender Singh Rana) ने प्रोफेसर भीम सिंह (Prof Bhim Singh) के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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In the sad demise of Prof Bhim Singh ji J&K has lost a prominent political figure who always raised the voice of the people of J&K in all foras . A firebrand leader who came from a remote village in Ramnagar evolved himself with global exposure and understanding.
RIP Prof Sahib pic.twitter.com/I08YAjYN0q— Devender Singh Rana (@DevenderSRana) May 31, 2022
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि प्रोफेसर भीम सिंह प्रोफेसर भीम सिंह (Prof Bhim Singh) जी के निधन से हमने एक बड़े नेता को खो दिया है, जिसने हमेशा जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के हर वर्ग के लोगों की आवाज उठाई थी। वह एक फायरब्रांड नेता थे, जो रामनगर एक सुदूर गांव से आते थे। उन्होंने दुनिया भर में अपनी पहचान कायम की। अगस्त, 1941 को रामनगर में भीम सिंह का जन्म हुआ था। उन्होंने 1982 में पैंथर्स पार्टी की स्थापना की थी। वह करीब 30 सालों तक अध्यक्ष के पद पर रहे थे और 2012 में अपने भतीजे हर्ष देव सिंह को कमान सौंप दी थी।
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हालांकि बीते साल एक बार फिर से वह सक्रिय राजनीति में लौटे थे और उन्हें नेशनल पैंथर्स पार्टी (National Panthers Party) का अध्यक्ष चुना गया था। खासतौर पर जम्मू क्षेत्र के लोगों की आवाज उठाने के लिए नेशनल पैंथर्स पार्टी (National Panthers Party) को जाना जाता रहा है। प्रोफेसर भीम सिंह (Prof Bhim Singh) के परिवार में अब उनकी पत्नी और बेटी हैं।