भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच की उल्टी गिनती चल रही है. 18 जून से इंग्लैंड के साउथम्पटन में यह मैच खेला जाएगा. इस दौरान टीम इंडिया की बैटिंग पर सबसे ज्यादा नज़रें होंगी. कुछ भारतीय खिलाड़ियों का यह पहला इंग्लैंड दौरा होगा जबकि कुछ पहले इस देश में खेल चुके हैं. शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज उन खिलाड़ियों में से हैं जो पहली बार अंग्रेजों की धरती पर खेलेंगे. वहीं विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) उन सितारों में से है जो कई बार इस देश के दौरे पर जा चुके हैं. ये तीनों सीनियर भारत की बैटिंग की जान रहेंगे. हालांकि पूर्व ऑलराउंडर विजय भारद्वाज (Vijay Bhardwaj) का मानना है कि इंग्लैंड दौरे पर अजिंक्य रहाणे पर सबसे ज्यादा दबाव रहेगा. उनका कहना है कि टेस्ट टीम में भारत के उपकप्तान को बैटिंग में और ज्यादा योगदान देने की जरूरत है.
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अजिंक्य रहाणे ने अभी तक इंग्लैंड में 10 टेस्ट खेले हैं. इनमें एक शतक और चार अर्धशतक की बदौलत उन्होंने 552 रन बनाए हैं. विजय भारद्वाज ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में कहा, रहाणे पर काफी दबाव होगा. बदकिस्मती से रहाणे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं. वह निरंतरता की कमी से जूझते रहे हैं. भारद्वाज को लगता है कि रहाणे को इंग्लैंड में कामयाब होने के लिए थोड़ा और अटैकिंग बैटिंग करने की जरूरत है. भारत के पास पहले से ही ऐसे बल्लेबाज हैं जो आराम-आराम से खेल सकते हैं.
उन्होंने कहा, रहाणे को तेजी से रन बनाने की जरूरत है क्योंकि टीम के पास चेतेश्वर पुजारा के रूप में पहले ही ऐसा बल्लेबाज है जो विरोधी टीम के हमलों को बेजान कर सकता है और समय निकाल सकता है. आपको धीमा खेलने वाला और कोई बल्लेबाज नहीं चाहिए. जब आप नियमों को देखते हैं तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ड्रॉ का मतलब है ट्रॉफी का बंटवारा. टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतने के लिए आपको रनगति को बढ़ाने वाले बल्लेबाज की जरूरत है. मुझे पता है कि कोहली, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत तेजी से रन बनाएंगे और रहाणे को भी सकारात्मक खेलना चाहिए.