लखनऊ: केजीएमयू में अब ओपीडी व भर्ती मरीजों को कोरोना जांच का शुल्क जमा करना होगा। सिर्फ नौ कैटगिरी में आने वाले मरीजों को जांच शुल्क में छूट प्रदान की जाएगी। केजीएमयू प्रशासन ने 31 दिसंबर को आदेश जारी कर कीमतें तय की हैं। सोमवार को जांच दरें लागू होंगी। वहीं इमरजेंसी में आने वाले मरीज व एक तीमारदार, कोरोना मरीज की जांच नि:शुल्क होगी।
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केजीएमयू की ओपीडी में आने वालों की नि:शुल्क कोरोना जांच हो रही थी। करीब ढाई हजार मरीज रोजाना मेडिसिन, हड्डी, कॉर्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, यूरोलॉजी, सर्जरी, रेस्पिरेटरी, क्वीनमेरी समेत अन्य विभागों में आ रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डी हिमांशु की तरफ से शुल्क लेने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सोमवार से ओपीडी में आने वालों की जांच का शुल्क लगेगा। ट्रूनेट की जांच कराने वाले को 1500 रुपये चुकाने होंगे। आरटी-पीसीआर के 600 रुपये जमा करने होंगे।
वहीं एक तीमारदार होने पर 300 रुपए लिए जाएंगे। यदि संबंधित मरीज का दूसरा तीमारदार आता है तो उसे 600 जमा करने होंगे। डायलिसिस, कैंसर रोगी व उनके तीमारदारों की आरटी-पीसीआर जांच 300 रुपये में की जाएगी। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि जो नि:शुल्क जांच की कैटिगरी में आएंगे उन्हें भी अब जीरो बिल की रसीद कटानी होगी तभी जांच की जाएगी।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक अभी तक किसी भी मरीज-तीमारदारों की जांच का शुल्क नहीं लिया जा रहा था। अब शुल्क तय किया गया है। इससे एकरूपता आएगी।
इनकी 300 रुपए में होगी जांच
सप्ताह भर के अंदर दोबारा जांच कराने वाले डायलिसिस एवं कैंसर के मरीज और उनके एक परिजन की जांच में छूट का प्रावधान किया गया है। इनकी जांच 300 रुपये में होगी।
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इनकी होगी मुफ्त जांच
– इमरजेंसी में आने वाले मरीजों और उनके एक तीमारदार से कोरोना जांच का शुल्क नहीं लिया जाएगा
– फीवर क्लीनिक में आने वाले मरीजों से शुल्क नहीं
– प्रसव के लिए आने वाली महिलाएं
– सिकाई के लिए आने वाले कैंसर मरीज
– भर्ती व ऑपरेशन वाले मरीजों के तीमारदार
– थैलेसीमिया-हीमोफीलिया के मरीज व परिजन
– विवि की सभी फैकल्टी-कर्मचारी व उनके परिजन
– जिन मेडिकल कॉलेज व संस्थानों में आरटीपीसीआर की सुविधा नहीं है उनके कोविड असपताल में भर्ती मरीजों की जांच यहां मुफ्त होगी
– आकस्मिक स्थित में दूसरे मेडिकल कॉलेज, संस्थान के प्रधानाचार्य व निदेशक की जांच