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Google Chrome यूजर्स करें ये काम, नहीं तो हैक हो सकता है आपका डेटा

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। Google Chrome ब्राउजर लगभग सभी प्लेटफॉर्म्स पर यूज किया जाता है। Google Chrome का यूज विंडोज और एंड्रॉयड पर भी काफी होता है। ये ब्राउजर लगभग सभी एंड्रॉयड फोन पर उपलब्ध है। दूसरे ब्राउजर्स जैसे Vivaldi, Opera, Microsoft Edge और Brave Browser गूगल के Chromium ब्राउजर इंजन भी इसी पर निर्भर हैं। Google Chrome में एक खामी पाई गई है। इसका फायदा हैकर्स उठा सकते हैं।

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हालांकि गूगल ने ऐलान किया है कि इसने सिक्युरिटी खामी को दूर कर लिया है। इससे यूजर्स के डिवाइस में रिमोट कोड एग्जीक्यूट कर सकते थे। हालांकि इसके लिए अभी भी कुछ एक्शन लेने की जरूरत है। इसका मतलब जिन यूजर्स के पास Google Chromium ब्राउजर इंस्टॉल है। उन्हें इसे जल्द अपडेट करने की जरूरत है।

इसे अपडेट न करने की स्थिति में हैकर्स यूजर्स के डिवाइस का कंट्रोल ले सकते हैं। सिर्फ कंट्रोल ही नहीं हाल ही में फिक्स किए गए इस सिक्युरिटी इशू से यूजर्स का डेटा हैकर्स के पास भी जा सकता है। यहां आपको बता रहे हैं आपको तुरंत Chrome ब्राउजर को लेटेस्ट वर्जन पर इंस्टॉल करने की जरूरत क्यों है।

Google ने अपने ब्लॉग में बताया है नया बग जो कंपनी को मिला ऐसा हो सकता है। उसको पहले से ही यूज किया गया हो। इसका मतलब ये जीरो डे वल्नेरेबिलिटी है। जीरो डे वल्नेरेबिलिटी एक सिक्योरिटी खामी है। इसका यूज हैकर्स ऐप या सर्विस बनाने वाली कंपनी की जानकारी के बिना करते हैं।

हैकर्स लाखों डॉलर में डार्क वेब पर इस डेटा को बेच देते हैं। ये गूगल ने भी कन्फर्म किया है कि उसे सुरक्षा खामी के बारे में पता है। जिन्होंने अभी तक ब्राउजर को अपडेट नहीं किया है। वह इसे अपडेट करके इससे बच सकते हैं। इसके लिए उन्हें ऐप स्टोर पर जाकर इसे अपडेट करना होगा। अगर आपका गूगल क्रोम वर्जन 91.0.4472.164 या उससे ऊपर है तो आप इस खामी से सेफ है।

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