बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले को फरीदपुर से जोड़ने के लिए बने रामगंगा के अधूरे पुल से कार गिरने से हाल ही में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
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बताया गया कि युवक गूगल मैप (Google Maps) पर लोकेशन देखकर जा रहे थे। उनकी कार पुल से नीचे गिर गई और तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। गूगल मैप की गलत दिशा की वजह से हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में चार इंजीनियरों और एक अज्ञात गूगल मैप (Google Maps) अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले पर गूगल ने पहली बार रिएक्शन दिया है।
हत्या करने की कोशिश की लगाई धारा
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एफआईआर में पीडब्ल्यूडी के दो सहायक इंजीनियरों और दो जूनियर इंजीनियरों के साथ-साथ अज्ञात लोगों के नाम भी शामिल हैं। स्थानीय गूगल मैप (Google Maps) प्रतिनिधि भी जांच के दायरे में है और उसका नाम अभी तक एफआईआर में नहीं दिखाया गया है।
बदायूं की जिला मजिस्ट्रेट निधि श्रीवास्तव ने कहा, “मौके पर सुधारात्मक उपाय करने के अलावा, पीडब्ल्यूडी के 2 सहायक इंजीनियरों और 2 जूनियर इंजीनियरों और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 105 (हत्या की कोशिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
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जानें पूरा मामला
नितिन और अजीत, दोनों की उम्र 30 के आसपास है और अमित (40), नोएडा से बरेली के फरीदपुर में एक शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे। गूगल मैप (Google Maps) ने ड्राइवर को एक अधूरे पुल की ओर निर्देशित किया, जिसका एक हिस्सा पहले आई बाढ़ के कारण ढह गया था, समाचार एजेंसी पीटीआई ने उत्तर प्रदेश में बदायूं पुलिस का हवाला देते हुए बताया। पुल पर कोई अवरोध या चेतावनी संकेत नहीं थे।
रविवार सुबह दत्तगंज थाना क्षेत्र में एक अर्धनिर्मित पुल से कार रामगंगा नदी में गिर गई। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी और सेतु निगम को क्षेत्र की सभी सड़कों और पुलों का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है।
गूगल ने इस मामले पर पहली बार दिया रिएक्शन
गूगल के प्रवक्ता ने शोक व्यक्त किया और जांच में सहयोग की पुष्टि की। प्रवक्ता ने कहा कि हमारी गहरी संवेदनाएं परिवारों के साथ हैं। हम अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और मामले की जांच में सहयोग कर रहे हैं।” बता दें कि फरीदपुर के सर्किल ऑफिसर आशुतोष शिवम ने बताया कि बाढ़ में पुल का एक हिस्सा नष्ट हो गया था। उन्होंने बताया कि इस साल की शुरुआत में बाढ़ के कारण पुल का अगला हिस्सा नदी में गिर गया था, लेकिन सिस्टम में इस बदलाव को अपडेट नहीं किया गया।