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Har Ghar Tiranga Abhiyan : 600 करोड़ के व्यापार का अनुमान, लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ (Har Ghar Tiranga Abhiyan) को देश भर में बेहद उत्साहपूर्वक मनाने के लिए कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( CAT ) देश भर में व्यापक रूप से बड़े प्रयास कर रहा है। कैट को उम्मीद है कि इस वर्ष अभियान के कारण देश भर में लगभग 35 करोड़ तिरंगे झंडे की बिक्री होगी। इससे लगभग 600 करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान है। पिछले वर्ष यह बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये थी। कैट ने देश के सभी व्यापारियों से ज़ोरदार अपील की है कि वे अपनी दुकानों एवं घरों पर 13 अगस्त से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज जरूर लगायें तथा अपने कर्मचारियों को भी तिरंगे झंडे वितरित करें।

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कैट ने कहा कि राष्ट्रभक्ति एवं स्व-रोजगार से जुड़े इस अभियान ने पूरे देश में लोगों के बीच देशभक्ति की एक अद्भुत भावना तथा को-आपरेटिव व्यापार की बड़ी संभावनाएं खोल दी हैं। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया (National President of CAT BC Bhartia) एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल (National General Secretary Praveen Khandelwal) ने तिरंगे के प्रति लोगों के समर्पण और उत्साह को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस वर्ष के 15 अगस्त से 15 अगस्त 2024 तक की अवधि को “स्वराज वर्ष” के रूप में घोषित करने की अपील की है।

10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार

भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा है कि 13 अगस्त से 15 अगस्त तक पूरे देश में कैट के झंडे तले देश के व्यापारी संगठन 4000 से अधिक तिरंगा कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें तिरंगा रैलियां, तिरंगा मार्च, तिरंगा गौरव यात्रा एवं स्वराज मार्च जैसे कार्यक्रम होंगे। इस अभियान के कारण देश भर में 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद है।

किन आकारों में बने झंडे

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एसएमई विनिर्माण और व्यापार क्षेत्र ने सबसे अधिक संगठित तरीके से बड़ी संख्या में भारतीय ध्वज तैयार करने में दिन-रात काम किया। आम तौर पर बनाए गए ध्वज के विभिन्न आकारों में 6800×4200 मिमी, 3600 x 2400 मिमी, 1800×1200 मिमी, 1350×900 मिमी, 900×600 मिमी, 450×300 मिमी, 225×150 मिमी और 150×100 मिमी शामिल हैं। बी. सी. भरतिया का कहना है कि पहले हर घर तिरंगा अभियान से पहले झंडों की बिक्री 150-200 करोड़ रुपये तक सीमित थी।

कैट की मांग

भरतिया एवं खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री श्री मोदी से इस वर्ष 15 अगस्त से आगामी 15 अगस्त तक को स्वराज वर्ष घोषित करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘लोकल पर वोकल ‘ के दृष्टिकोण को और मजबूत किये जाने तथा देश के व्यापार और मध्यम उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री वैश्विक परिदृश्य पर भारत को एक विशिष्ट राष्ट्र के रूप में स्थापित करेगी। इससे भी व्यापारियों को प्रोत्साहन मिलेगा।

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