Uddhav government crisis: शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। शिंदे पक्ष की तरफ से दलीलें रखी जा रही हैं। इस दौरान अदालत ने शिंदे गुट के वकील से पूछा कि इस मामले में पहले हाईकोर्ट का रुख क्यों नहीं किया? इस पर शिंदे के वकील की तरफ से मामले को गंभीर बताया गया।
पढ़ें :- विपक्ष के समर्थकों के वोट काटने का कुत्सित खेल सिर्फ़ एक चुनाव क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर जगह खेला जा रहा : अखिलेश यादव
कहा गया कि, विधायकों को मारने तक की धमकियां दी जा रहीं हैं। इसके कारण हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। वकील ने कहा कि अदालत चाहे तो फ्लोर टेस्ट का आदेश दे सकती है। उन्होंने कहा कि 2019 में सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को शिवसेना के विधायक दल का नेता चुना गया था, लेकिन बिना प्रक्रिया का पालन किए उन्हें हटा दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो शिंदे के वकील की तरफ से संजय राउत की ओर से धमकी दिए जाने का भी मुद्द उठाया। उन्होंने कहा कि डिप्टी स्पीकर ने 15 विधायकों को नोटिस भेजकर 1 दिन में जवाब मांगा है, जबकि कम से कम 14 दिनों का वक्त मिलना चाहिए।