Hot Water Spring : प्रकृति के नजारों का आनंद लेने वालों के लिए ‘हॉट वॉटर स्प्रिंग’ का लुत्फ उठाना अनोखा अनुभव होगा। भारत में हिमाचल प्रदेश, लद्दाख आदि कई ऐसी जगहे हैं, जहां सैलानी या तीर्थ यात्री हॉट वॉटर स्प्रिंग का आनंद उठाने आते हैं और चमत्कारी फायदे लेकर जाते हैं। Hot Water Spring भूतापीय बलों से प्राकृतिक रूप से गर्म और पृथ्वी की सतह से निकलने वाले, गर्म पानी के झरने प्राकृतिक जल पूल होते हैं जिनमें रसायन और खनिज घुलित होते हैं। इसमें सोडियम, गंधक और सल्फर की अधिकता होती है, जो औषधि की तरह काम करता है।
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ठंड के मौसम में नेचुरल हॉट स्प्रिंग वॉटर ना केवल तनाव को कम करने में मदद करता है, बल्कि इसमें नहाने से ब्लड सर्कुलेशन, मांसपेशियों में दर्द, स्किन डिजीज आदि की समस्या भी दूर हो सकती है। यही वजह है कि लाखों की तादात में सैलानी ऐसी भौगोलिक जगहों तक पहुंचते हैं, जहां हॉट स्प्रिंग वॉटर मौजूद होता है।
मणिकरण
मणिकरण हिमाचल प्रदेश में स्थित एक फेमस हॉट स्प्रिंग वॉटर है। इस जलकुंड के बारे में कहा जाता है कि अगर कोई एक बार इसमें डुबकी लगा ले तो उसकी सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
गौरीकुंड, उत्तराखंड
गौरीकुंड केदारनाथ के रास्ते में एक गांव है। समुद्र तल से 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित गौरीकुंड अपने थर्मल वॉटर स्प्रिंग के लिए लोकप्रिय है। यह केदारनाथ की ओर ट्रेकिंग करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर के रूप में कार्य करता है, जो यहां पवित्र डुबकी लगाते हैं और चढ़ाई के लिए खुद को शुद्ध करते हैं।
तपोवन, उत्तराखंड
जोशीमठ से 14 किमी आगे, तपोवन एक छोटा सा गाँव है जो कुवारी दर्रा और चित्रकांठा ट्रैक के रास्ते में पड़ता है। गंगोत्री ग्लेशियर से इसकी निकटता के कारण, तपोवन गर्म पानी के झरने को पवित्र और दिव्य माना जाता है।
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अकोली, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित, अकोली हॉट स्प्रिंग्स रामेश्वर मंदिर की एक थकाऊ यात्रा के बाद आराम करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। रामेश्वर मंदिर के निकट होने के कारण, इन झरनों को रामेश्वर स्प्रिंग के नाम से भी जाना जाता है। अकोली स्प्रिंग थांसी नदी के तट पर और वज्रेश्वरी से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।