काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग (AIHRC)ने कहा कि उसके कार्यालय भवनों पर 15 अगस्त से तालिबान आतंकवादियों का कब्जा है। इसलिए वह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद(united nations human rights council) से एक स्वतंत्र निकाय स्थापित करने की अपील करता है ताकि अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की निगरानी की जा सके।
पढ़ें :- मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार वहीं हो जहां स्मारक बनाया जा सके...कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
खबरों के अनुसार, काबुल के अंतरिम मेयर ने कहा है कि देश के नए तालिबान शासकों ने शहर की कई महिला कर्मचारियों को घर पर ही रहने का आदेश दिया है। महिलाओं को वहीं काम करने की इजाजत है, जो पुरुष नहीं कर सकते हैं।
यह फैसला अधिकतर महिला कर्मचारियों को काम पर लौटने से रोकेगा और यह इस बात का एक और संकेत है कि तालिबान सार्वजनिक जीवन में महिलाओं पर पाबंदियां लगाने समेत इस्लाम की कठोर व्याख्या को लागू कर रहा है, जबकि उसने सहिष्णु और समावेशी सरकार का वादा किया था।