नई दिल्ली। नौसेना (Navy) को स्वदेशी “शार्क” मिल गई है। यह समुद्र के खतरों से चुटकियों में लड़ेगी और इसके आगे चीन-पाकिस्तान (China-Pakistan) की घिग्गी बधेंगी। बतातें चलें कि नौसेना के बेड़े में शनिवार को INS संध्याक (INS Sandhyak) को शामिल किया गया। यह एक ऐसा जंगी जहाज है जो समंदर के खतरों से लड़ने में माहिर हैं। इस पर बोफोर्स गन लगी है। ये वॉरशिप पानी में दौड़ेगी तो दुश्मन की सांसें रुक जाएंगी।
पढ़ें :- VIDEO : स्मृति मंधाना की गायब इंगेजमेंट रिंग पर टिक गईं फैन्स की नजरें,पलाश मुच्छल से शादी टलने की खबरों के बाद पहली बार सोशल मीडिया पर नजर आईं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने INS संध्याक (INS Sandhyak) के कमीशनिंग समारोह में कहा कि भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। INS संध्याक (INS Sandhyak) का हमारी नौसेना में शामिल होना, निश्चित रूप से हमारी नौसेना की, इस पूरे क्षेत्र में शांति व सुरक्षा को बनाए रखने में सहायता करेगा। उन्होंने भारतीय नौसेना (Indian Navy) को बधाई दी है।
Speaking at the Commissioning Ceremony of #INSSandhayak in Visakhapatnam https://t.co/TV4OaVzWNL
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 3, 2024
पढ़ें :- चिराग पासवान की पार्टी के जिलाध्यक्ष ने नाबालिग को बहला-फुसलाकर किया दुष्कर्म, पुलिस ने पाॅक्सो एक्ट में किया गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद हमें अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अनेक मोर्चे पर हम कठिनाइयों का सामना कर रहे थे, लेकिन एक राष्ट्र के रूप में हम लगातार अपनी सुरक्षा के लिए आगे बढ़ते रहे। हमने अनेक आघातों से अपनी सुरक्षा की और आज विकास के क्रम में हम इतने आगे बढ़ चुके हैं, खासकर यदि मैं अपने नेवल पावर की बात करूं, तो हमारी नौसेना इतनी सशक्त हो चुकी है कि हम हिंद महासागर तथा हिंद प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific Region) में सुरक्षा के मामले में फर्स्ट रिस्पोंडर बन गए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि INS संध्याक भारत के हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific Region) में महाशक्ति की भूमिका को और बल प्रदान करेगा। भारतीय नौसेना (Indian Navy) को INS संध्याक (INS Sandhyak) की कमिशनिंग पर अपनी तरफ से ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि हाल ही में INS इंफाल के कमीशनिंग समारोह में मैंने कहा था कि जो लोग नापाक गतिविधियां कर रहे हैं, उन्हें हम सागर के तल से भी ढूंढ निकालेंगे, और कठोर कार्रवाई करेंगे। मैं इसे आज फिर दोहराता हूं। समुद्र में चोरी-डकैती और तस्करी से जुड़े लोगों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह नए भारत का प्रण है।
बंदरगाहों से लेकर समुद्री तटों तक की निगरानी करेगा INS संध्याक
INS संध्याक (INS Sandhyak) एक सर्वे वेसल है, जो समुद्र में निगरानी को और मजबूत बनाएगी। इस जहाज की रेंज 11 हजार किमी है। यह बंदरगाहों से लेकर समुद्री तटों तक की निगरानी करेगी। जरूरत पड़ने पर इसमें चेतक हेलिकॉप्टर की भी तैनाती की जा सकती है। इस सर्वे शिप को कोलकाता की गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने बनाया है। टेस्टिंग और ट्रायल सफल होने के बाद अब इसे नौसेना का हिस्सा बनाया गया। ये शिप खास तरह से काम करते हुए दुश्मन पर नजर रखेगा, दुश्मन के मंसूबों से नौसेना को वाकिफ भी कराएगा और जरूरत पड़ी तो उसके परखच्चे भी उड़ाएगा।