PM Narendra Modi Aurangabad Visit : लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के औरंगाबाद में 21.5 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। वहीं, पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार को 3 गारंटी दी।
पढ़ें :- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती आज, राष्ट्रपति मुर्मू व पीएम मोदी समेत दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
औरंगाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज यहां करीब 21.5 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। इन परियोजनाओं में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई परियोजनाएं हैं, इनमें रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम भी हैं और इनमें आधुनिक बिहार की मजबूत झलक भी है। यही एनडीए की पहचान है। हम काम की शुरुआत भी करते हैं, काम पूरा भी करते हैं और हम ही उसे जनता-जनार्दन को समर्पित भी करते हैं। ये मोदी की गारंटी है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘आज बिहार की धरती पर मेरा आना कई मायनों में खास है। अभी कुछ दिन पहले ही बिहार के गौरव कर्पूरी ठाकुर जी को देश ने भारत रत्न दिया है। ये सम्मान पूरे बिहार का सम्मान है।’ उन्होंने कहा, ‘बिहार का विकास- ये मोदी की गारंटी है। बिहार में शांति और कानून व्यवस्था का राज- ये मोदी की गारंटी है। बिहार में बहन-बेटियों को अधिकार-ये मोदी की गारंटी है। तीसरे टर्म में हमारी सरकार इन्हीं गारंटियों को पूरा करने और विकसित बिहार बनाने के लिए काम करेगी।’
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘NDA की शक्ति बढ़ने के बाद बिहार में परिवारवादी राजनीति हाशिए पर जाने लगी है। परिवारवादी राजनीति की एक और विडंबना है। मां-बाप से विरासत में पार्टी और कुर्सी तो मिल जाती है, लेकिन मां-बाप की सरकारों के काम का एक बार भी जिक्र करने की हिम्मत नहीं पड़ती है। ये है परिवारवादी पार्टियों की हालत।’
उन्होंने कहा, ‘बिहार में जब पुराना दौर था, राज्य को अशांति, असुरक्षा और आतंक की आग में झोंक दिया गया था। बिहार के युवाओं को प्रदेश छोड़कर पलायन करना पड़ा। एक आज का दौर है, जब हम युवाओं का कौशल विकास कर रहे हैं। बिहार के हस्त शिल्प को बढ़ावा देने के लिए हमने 200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एकता मॉल की नींव रखी है। ये नए बिहार की नई दिशा है। ये बिहार की सकारात्मक सोच है। ये इस बात की गारंटी है कि बिहार को हम वापस पुराने दौर में नहीं जाने देंगे।’