अयोध्या। तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य (Jagatguru Paramhans Acharya) लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) से पहले भविष्यवाणी की थी कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी 505 सीटें जीतेगी। इसके साथ ही उन्होंने एलान किया था कि कांग्रेस संसदीय दल की नेता व रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने मेरे डर से रायबरेली से चुनाव लड़ना छोड़ा है।
पढ़ें :- भारतरत्न पंडित महामना मदनमोहन मालवीय के प्रपौत्र बीएचयू के कुलाधिपति जस्टिस गिरिधर मालवीय का निधन
#शर्मनाक परमहंस आचार्य #परमहंसआचार्य #AcharyaParamhansa
तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि अयोध्या में भाजपा ने जानबूझकर अयोध्या की सीट छोड़ी है। विवादित बयान देते हुए कहा sp सांसद अवधेश प्रसाद का कुछ माह बाद स्वर्गवास हो जायेगा तो एनडीए चुनाव जीत जायेगी। pic.twitter.com/xd0duTK3UT— santosh singh (@SantoshGaharwar) June 7, 2024
लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद बड़बोले परमहंस आचार्य की दोनों भविष्यावाणी झूठी साबित हुई। पहली भारतीय जनता पार्टी 240 सीटों पर सिमट कर बहुमत की आंकड़ें को नहीं पहुंच पाई। अब बैशाखी के सहारे सत्तारूढ़ होने जा रही है। साथ ही रायबरेली लोकसभा सीट पर सोनिया गांधी के पुत्र राहुल गांधी तीन लाख से अधिक मतों से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह हराया है।
पढ़ें :- क्वीन एलिजाबेथ के बाद PM मोदी को नाइजीरिया में मिला सबसे बड़ा सम्मान; 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर' से गया नवाजा
फैजाबाद लोकसभा सीट (अयोध्या) से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह की हार से हर कोई चकित है कि आखिर अयोध्या जैसी सीट पर भाजपा को क्यों शिकस्त मिली? इसी बीच, अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह के हारने को लेकर तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बड़ा विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भाजपा हारी नहीं है, इसके पीछे एक रहस्य है। भाजपा ने जानबूझकर अयोध्या की सीट छोड़ी है। इसका कारण यह था कि गठबंधन ने यहां से एक दलित व्यक्ति को टिकट दिया था, जो अत्यंत बुजुर्ग हैं, इतने बुजुर्ग हैं कि ये समझिए कि उनका साल और 6 महीने चलना मुश्किल है। बीजेपी में बुजुर्गों और दलितों का सम्मान सर्वोपरि है।
उन्होंने रामायण का जिक्र करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के समय रामराज था। उस वक्त भगवान राम प्रत्येक व्यक्ति की खबर रखते थे, चारों तरफ देखते थे, किसी को कोई कष्ट तो नहीं है। उस समय पता चला है कि एक दलित ने कहा था, मैं चाहता हूं भगवान राम सीता का परित्याग कर दें, तो प्रभु श्रीराम ने सीता का परित्याग कर दिया था। उस वक्त मंथरा ने कहा था कि भगवान राम को 14 साल के लिए वनवास पर जाना चाहिए। उन्हें जब यह पता चला था कि मंथरा ने कहा है जो कि एक दलित महिला थी, तो प्रभु श्रीराम खुशी-खुशी 14 साल के लिए वन चले गए। माता शबरी के जूठे बेर भी खाए।
परमहंस आचार्य ने आगे कहा कि भाजपा अयोध्या की सीट हारी नहीं है। इसको नरेंद्र मोदी ने जानबूझकर एक बुर्जुग और दलित के सम्मान में छोड़ दी है। मैं आपको अंदर की एक बात बताता हूं कि अयोध्या में भाजपा कार्यकर्ता लल्लू सिंह कहते थे कि इस बार यहां पर दलित के सम्मान पर वोट देना चाहिए। यह एक बड़ी बात है और यही रामराज है, लोग इस बात को समझेंगे, तो उन्हें पता चलेगा कि नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व कितना बड़ा है, उनका दलित, गरीब और किसानों के प्रति कितना प्रेम है, उतना और किसी के अंदर नहीं हो सकता है। यहां भाजपा हारी नहीं है, यहां से जीतने वाले प्रत्याशी इतने बुर्जुग हैं। आगे जब चुनाव होंगे, तो भाजपा यहां लाखों वोट से जीतेगी।