लखनऊ। रामपुर से सपा सांसद और पूर्व मंत्री आजम खां की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। दरअसल, समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में जल निगम में 1300 फर्जी भर्ती केस में आजम खां को आरोपी पाया गया था। इसी मामल में खां ने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे हाई कोर्ट ने बीते शुक्रवार खारिज कर दिया है। हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच का कहना है कि 19 नवंबर 2020 को आजम खां पहले से ही बी वॉरन्ट दिया जा चुका है। ऐसे में इस केस में वह पहले ही न्यायिक हिरासत में आ चुके हैं।
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इसलिए उन्हें अग्रिम जमानत नहीं मिल सकती। आपको बता दें कि आजम खां और उनके बेटे सीतापुर जेल में बंद थे, लेकिन कोरोना से संक्रमित हो गए थे। जिसके बाद 9 मई को तबीयत बिगड़ने पर प्रशासन ने उन्हें और बेटे को लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। दोनों ही कोरोना निगेटिव हो गए हैं। लेकिन कुछ और दिक्कतों की वजह से आजम खां का इलाज अभी भी चल रहा है। हांलाकि, अब वह स्वस्थ होने लगे हैं।