नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलें चल रही हैं। इन सबसके बीच बिहार के सियासी गलियारों से बड़ी खबर आ रही है। दरअसल, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में अपनी हिस्सेदारी मांगी है।
पढ़ें :- भाजपा का दूसरों पर दोषारोपण कर अपने गुनाहों पर परदा डालने का खेल बहुत पुराना...अखिलेश यादव ने साधा निशाना
मीडिया के साथ संक्षिप्त बातचीत में आरसीपी ने कहा कि एनडीए में शामिल सभी दलों को सम्मान मिलना चाहिए। बता दें कि, लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार की 40 सीटों में से 34 सीटों पर बीजेपी और जेडीयू ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। शेष 6 सीटों पर रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के उम्मीदवार खड़े हुए थे।
नीतीश कुमार केंद्र में नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में ज्यादा हिस्सेदारी की उम्मीद कर रहे थे। क्योंकि 6 सीटों पर लड़ने वाली लोजपा को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी। तब रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी कैबिनेट में शामिल हुए थे। बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार यह चाहते थे कि उनकी पार्टी से कम से कम तीन सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलनी चाहिए थी।
बता दें कि 2019 में 303 सीटें जीतने वाली भाजपा की सरकार में जेडीयू ने शामिल होने से इनकार कर दिया था। तब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार थे और उन्होंने नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में एक को मंत्री बनाए जाने से नाराज होकर अंतिम समय में मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया था।