Maa Annapurna Temple: मोक्ष की नगरी कही जाने वाली धर्मनगरी काशी प्राचीन भारत के प्रमुख स्थानों में से एक महत्वपूर्ण स्थान है। वैदिक धर्म ग्रंथों में बाबा विश्वनाथ की नगरी के नाम से विख्यात काशी को ज्ञान,ध्यान, तप , जप, मोक्ष,तर्क, सृजन की प्राप्ति के रूप में जाना जाता है। बाबा विश्वनाथ की नगरी में मां अन्नपूर्णा का मंदिर है। भगवान विश्वनाथ और देवी अन्नपूर्णा देवी के दर्शन करने के लिए लोग विशेष रूप से पूरे भारत और विदेशों से काशी आते हैं। काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर माता अन्नपूर्णा का मंदिर है।
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प्राचीन धार्मिक कथाओं के अनुसार एक बार पृथ्वी लोक पर अन्न की कमी हो गई थी। पृथ्वी लोक पर आएं इस नये संकट से उबरने के लिए पृथ्वी वासियों ने त्रिदेव की उपासना की। भूलोक पर लोगों संकट में घिरा देख कर मां पार्वती ने अन्नपूर्णा का स्वरूप ग्रहण किया और भगवान शिव को दान में अन्न दिया। फिर भगवान शिव ने उस अन्न को पृथ्वी वासियों में बांट दिया। तब से काशी में माता अन्नपूर्णा मंदिर स्थापित हुआ और यहां पर माता की पूजा की जाने लगी।
ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में आ कर जो भक्त मां के दर्शन करता है तो उसके घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती। शास्त्रों में भी कहा गया है कि कभी भी हमें अन्न का अपमान नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा कुपित हो जाती हैं। काशी में मां अन्नपूर्णा मंदिर में मां काली, पार्वती, शिवजी सहित कई अन्य देवी देवताएं हैंं अन्नकूट उत्सव में हर साल यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और माता के दर्शन करते हैं।