आगरा। यूपी (UP) के आगरा जिले में जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को सीएम योगी (CM Yogi) ने दुर्गादास राठौर (Durgadas Rathore) की प्रतिमा का अनावरण किया। ताजगंज के पुरानी मंडी चौराहे (Purani Mandi Square of Tajganj) पर राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर (Rashtraveer Durgadas Rathore) की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उन्होंने कहा कि आगरा के कण कण में कन्हैया का वास है। यहां कला है, आस्था है, समर्पण है, विश्वास है। ये ही राष्ट्र निष्ठा बढ़ाती है।
पढ़ें :- क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए आर्मी ने फ्यूल सप्लाई चेन में बायो- डीजल को किया शामिल, जनरल पुष्पेंद्र पाल सिंह ने दिखाई हरी झंडी
जनपद आगरा में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में… https://t.co/a6KLcXAP45
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 26, 2024
बांग्लादेश (Bangladesh) के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) आक्रामक नजर आ रहे हैं। सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा- राष्ट सर्वोपरि है, राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन यह तभी संभव होगा, जब हम सब एक साथ रहेंगे। हम बटेंगे तो कटेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश (Bangladesh) में देख रहे हो न क्या हो रहा है। ऐसी गलती यहां नहीं होनी चाहिए। एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।
पढ़ें :- इंडियन फिल्म एकेडमी के कार्यक्रम में शामिल हुए भजन सम्राट अनूप जलोटा और राज्य सूचना आयुक्त
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि हम भारत माता के इस महान सपूत की प्रतिमा लोकार्पण का कार्यक्रम ऐसे समय पर कर रहे हैं, जब काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी के कार्यक्रम चल रहे हैं। हम इतिहास जानते हैं। दुष्ट औरंगजेब का आगरा से भी संबंध था। हिंदू पद पादशाही के नायक शिवाजी ने औरंगजेब को चुनौती दी थी। कहा था तुम चूहे की तरह तड़पते रह जाओगे।
राजस्थान में जोधपुर नरेश महाराजा जसवंत सिंह संभाल रहे थे। उनके सेनापति दुर्गादास राठौर थे। कई बार औरंगजेब ने प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। क्योंकि वहां दुर्गादास राठाैर थे। मगर, औरंगजेब चालबाज था। उसने चाल चली। महाराज जसवंत सिंह से संधि की। कहा कि आप हमारा सहयोग करो। अफगानियों का मुकाबला करने के लिए जसवंत सिंह को लेकर चला गया और पीछे से हत्या कर दी। उनका पुत्र अजीत सिंह था। अकेले रह गए। धोखे से पुत्र को मारने का षड़यंत्र रचा।
वीर दुर्गादास राठौर एक सन्यासी के वेश में राजकुमार को लेकर चले गए। बालिग होने पर उनका राज्याभिषेक किया। वीर दुर्गादास राठौर की लड़ाई राष्ट्र, स्वदेश और स्वधर्म के लिए थी। उन्होंने अंतिम दम तक बाल बांका नहीं होने दिया। अजीत सिंह ने वीर दुर्गादास राठौर के सामने प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा। मगर, उन्होंने स्वीकार नहीं किया। जिस देश में दुर्गादास राठौर जैसे वीर पैदा होते हों, उस देश का कोई क्या बिगाड़ सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी (Prime Minister Narendra Modi) ने विकसित भारत का संकल्प लिया है। उनके संकल्प के साथ हम भारत को विकसित भारत बनाने का कार्य करें। आगरा बृज भूमि का हिस्सा है। राधा कृष्ण यहां के कण-कण में बसते हैं। यहां कला, विश्वास आस्था और समर्पण है। यह कला संस्कृति राष्टनिष्ठा के साथ बदलनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी के प्रतीकों को समाप्त करेंगे। वीरों और सैनिकों का सम्मान करेंगे। जाति, क्षेत्र, भाषा के आधार पर बांटने वाली ताकतों से बचेंगे। भारत को सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करेंगे। राष्ट्रवीर दुर्गादास का भी यही संकल्प था। बहुत से लोग थे, जिन्होंने मुगलों के सामने समर्पण कर दिया। जमीदारी और पद प्राप्त करने के लिए। उनका नाम मिट गया। वीर दुर्गादास का नाम ले रहे हैं। उनका सम्मान के साथ नाम लिया जाता है। राजस्थान में उनकी पूजा करते हैं लोग। यही भाव व्यक्त करने के लिए आज मैं यहां आया हूं।
पढ़ें :- Research Report : पुरुषों की घट रही है प्रजनन क्षमता, इन कारणों से बढ़ रही है समस्या
लगता प्रतिमा मेरा कर रही थी इंतजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 अगस्त को आने का कार्यक्रम था, लेकिन हर घर तिरंगा कार्यक्रम के कारण नहीं आ सका। लगता है कि दस वर्ष से यह मूर्ति मेरा इंतजार कर रही थी। वीर सपूत का आशीर्वाद ताे मुझे मिल गया। कृष्णजन्म के दिन हमें यह सौभाग्य मिला।