लखनऊ। अमेठी में संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को निलंबत किए जाने को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने फिर आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, कहीं ‘नाम’ के प्रति नाराजगी लाखों का ‘काम’ न बिगाड़ दे। इससे पहले भी वरुण गांधी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठ को पत्र लिखकर अस्पताल के लाइसेंस को बहाल करने की अपील की थी।
पढ़ें :- UP Cabinet Meeting: सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक, पास हुए ये अहम प्रस्ताव
शनिवार को भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक वीडियो को ट्वीट (एक्स) किया है। इसके साथ ही लिखा कि, ”सवाल संजय गांधी अस्पताल के 450 कर्मचारियों और उनके परिवार का ही नहीं, रोज सैकड़ों की संख्या में इलाज कराने वाले सूबे की आम जनता का भी है। उनकी पीड़ा के साथ न्याय ‘मानवता की दृष्टि’ ही कर सकती है, ‘व्यवस्था का अहंकार’ नहीं। कहीं ‘नाम’ के प्रति नाराजगी लाखों का ‘काम’ न बिगाड़ दे।
सवाल संजय गांधी अस्पताल के 450 कर्मचारियों और उनके परिवार का ही नहीं, रोज सैकड़ों की संख्या में इलाज कराने वाले सूबे की आम जनता का भी है।
उनकी पीड़ा के साथ न्याय ‘मानवता की दृष्टि’ ही कर सकती है, ‘व्यवस्था का अहंकार’ नहीं।
कहीं ‘नाम’ के प्रति नाराजगी लाखों का ‘काम’ न बिगाड़ दे। pic.twitter.com/KsfxNuaPuk
पढ़ें :- महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस का बड़ा फैसला, नियुक्त किये पर्यवेक्षक
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 30, 2023
वहीं, भाजपा सांसद ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें अस्पताल के कर्मचारी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इसके साथ ही वो अस्पताल के लाइसेंस को बहाल करने के निर्देश दे रहे हैं। उनका कहना है कि, इसके जरिए ही उनके घर की रोजी—रोटी चलती है। ऐसे में अस्पताल बंद होने के कारण उनके सामने संकट की स्थिति आ गयी है।
गौरतलब है कि, इससे पहले वरुण गांधी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को निलंबत किए जाने के संबंध में पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने अस्पताल के लाइसेंस को बहाल करने की अपील की थी।