Lucky Stone: जब समस्या को लेकर सटीक रास्ता नहीं मिलता तो प्राचीन ग्रंथों का ही सहारा बचता है।ज्योतिष ग्रंथों में जातक की कुंडली के प्रभाव हीन ग्रह या पीड़ित ग्रह को सुधारने के लिए अनेक उपाय बताए गए है। ग्रह की पीड़ा को दूर करने के लिए रत्न शास्त्री ओपल पहनने की सलाह देते है।ज्योतिष शास्त्र मानता है कि हर ग्रह एक अलग रत्न का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए हर व्यक्ति को अपनी कुंडली के हिसाब से ही रत्न धारण करने चाहिए। कई बार हम अनजाने में एक से अधिक ऐसे रत्न धारण कर लेते हैं जो हमें फायदा पहुंचाने के जगह नुकसान पहुंचाने लगते हैं। ये रत्न खुशी की जगह गम भी दे देते है।
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1.मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम धारण नहीं करना चाहिए, उन्हें एक साथ पहनने पर कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
2.पन्ना पहनने के बाद साथ में पुखराज, मूंगा या मोती नहीं पहनना चाहिए।
3.बृहस्पति के रत्न पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए।
4.बृहस्पति के रत्न पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए।