भोपाल: देश में तेजी से फैल रहे कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़ा फैसला लिया है। महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के साथ बस संचालन को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया है। यह संचालन अस्थायी रूप से रुका है, लेकिन माना जा रहा है कि इससे कोरोना का संक्रमण रोकने में मदद मिलेगी। इसके संक्रमण रोकने के लिए ही सरकार ने 13 जिलों में रविवार के बाद अब शनिवार को भी लॉकडाउन की तैयारी कर ली है।
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ग्वालियर अपर परिवहन आयुक्त ने तत्काल प्रभाव से सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों, एआरटीओ, चेक पोस्ट प्रभारी, एसपी को आदेश का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। 15 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ से एमपी में न तो बसें प्रवेश करेंगी और न ही यहां की बसें छत्तीसगढ़ जा सकेंगी।
जबलपुर, सिंगरौली, सीधी, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, उमरिया, शहडोल, कटनी, रीवा, सतना, आदि जिलों से छत्तीसगढ़ के लिए बसें संचालित होती हैं। इन जिलों से रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, भिलाई के लिए बसों का संचालन होता है। अनुमान के मुताबिक दोनों राज्यों के बीच रोजना लगभग 8 से 10,000 लोग यात्रा करते हैं। महाराष्ट्र की बस सेवा पर भी रोक लग चुकी है। जबलपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नैनपुर आदि से महाराष्ट्र के लिए बसों का संचालन एक महीने से बंद है।
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बीते 24 घंटे में यहां संक्रमण के 4043 नए मामले सामने आए। जबकि, 13 मौतें भी हुईं। कोविड पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 12% हो गया है, जो कि चिंता की बड़ी बात है। राज्य सरकार ने ऐसे में कोविड गाइडलाइंस का हर हाल में पालन करने की नसीहत दी है। सरकार ने हर जिले में कोविड केयर सेंटर खोलने की बात कही है। साथ ही बसों के संचालन को लेकर भी निर्णय लिया है।