हरिद्वार । हरिद्वार में रविवार को स्वामी वामदेव की मूर्ति का अनावरण (Statue of Swami Vamdev unveiled_ कार्यक्रम में शिरकत करने उन्नाव के सांसद संत साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) पहुंचे थे । इस दौरान साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने कहा कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) आत्महत्या नहीं की है उनकी हत्या हुई है। महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के सुरक्षाकर्मियों पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने गंभीर आरोप भी लगाए और सीबीआई (CBI) से इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने की मांग भी की।
पढ़ें :- IND vs SA 4th T20I: भारत ने टॉस जीतकर किया बल्लेबाजी का फैसला; देखें प्लेइंग इलेवन
साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने कहा कि अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे मित्र महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) बहुत बहादुर थे । वह कभी आत्महत्या के बारे में सोच नहीं सकते। मेरे द्वारा उनके सुसाइड नोट पर ही प्रश्न लगाया गया है कि यह सुसाइड नोट फर्जी है।
नरेंद्र गिरि ने कुछ दिन पहले बेची थी 25 करोड़ की संपत्ति
साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का धन्यवाद करना चाहूंगा। साधु-संतों और हमने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसकी सिफारिश मुख्यमंत्री योगी द्वारा कर दी गई है।
सीबीआई (CBI) इसमें दूध का दूध और पानी का पानी करना चाहिए। ताकि महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के हत्यारे पकड़े जाएं। मैं और कुछ संत सीबीआई (CBI) डायरेक्टर से मिलकर इस मामले के जल्द खुलासे का आग्रह करेंगे। कहा कि यह भी सुनने में आ रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि ने कुछ दिन पहले 25 करोड़ की संपत्ति बेची थी। इसमें क्या हुआ है क्या नहीं हुआ है इसका पर्दाफाश सीबीआई द्वारा किया जाएगा। इस घटना में कई बिंदु जांच के पहलू में आते हैं।
पढ़ें :- 555वें प्रकाश पर्व पर श्री ननकाना साहिब जा रहे हिंदू श्रद्धालु की हत्या, लूटे साढ़े चार लाख रुपए
सीबीआई जांच में सब कुछ निकल कर सामने आ जाएगा
साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पास वाई प्लस सुरक्षा है तो मेरे सुरक्षाकर्मियों का दायित्व बनता है कि मुझे कोई खरोच न लगे। ठीक इसी तरह महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के पास भी एक दर्जन से ज्यादा सुरक्षाकर्मी थे, उसके बाद भी हत्या हो गई। ऐसा क्यों हुआ? इसका उत्तर किसके द्वारा दिया जाएगा।
वह सुरक्षाकर्मी कहां थे, क्या कर रहे थे, यह जांच का विषय है। सीबीआई (CBI) जांच में सब कुछ निकल कर सामने आ जाएगा। साक्षी महाराज का यह भी कहना है कि अखाड़ों द्वारा पूर्व के समय से ही धर्म की रक्षा की जाती है और संतों पर ऐश और आराम की जिंदगी जीने का आरोप लगाना सही नहीं है।