मुंबई। मुंबई के बहुचर्चित पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl Scam)में करीब दो माह से जेल में बंद राज्यसभा सांसद शिवसेना संजय राउत (Rajya Sabha MP Shiv Sena Sanjay Raut) की जमानत पर मंगलवार को सुनवाई हुई। विशेष पीएमएलए कोर्ट (Special PMLA Court) में हुई सुनवाई के दौरान राउत कठघरे में खड़े रहे। राउत के वकील ने जमानत देने के पक्ष में अपनी दलीलें रखीं, लेकिन इन पर ईडी (ED) के वकील अगली तारीख को अपना पक्ष रखेंगे।
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बहरहाल कोर्ट ने मामले की सुनवाई 10 अक्तूबर तक टाल दी है। इसके साथ ही 5 अक्तूबर को दशहरे (Dussehra) पर भी राउत जेल में ही रहेंगे। उन पर उक्त घोटाले में बिल्डर व डेवलपर से घूस लेने का आरोप है। बता दें कि ईडी (ED) ने इस केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Cases) में उन्हें एक अगस्त को गिरफ्तार किया था।
राउत शिवसेना के ठाकरे गुट (Thackeray Faction)के प्रवक्ता होने के साथ ही महाराष्ट्र के तेजतर्रार नेता हैं। वे अक्सर अपने बयानों से मोदी सरकार व भाजपा को कठघरे में खड़ा करते थे। महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान तो उनकी तूती बोलती थी। आखिरकार जून में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में शिवसेना में बगावत हुई और सत्ता पलट के बाद वे खुद कठघरे में आ गए। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार व एक महिला नेता को धमकाने का भी मामला दर्ज किया गया है।
विशेष अदालत (Special Court) ने इससे पहले 19 सितंबर को राउत की न्यायिक हिरासत (Judicial Custody)14 दिनों के लिए बढ़ा दिया था। राउत को छह घंटे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। 31 जुलाई को ईडी (ED)ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Former Maharashtra CM Uddhav Thackeray) के करीबी राउत के घर छापा मारा था।