Masik Shivratri : शिव की कृपा पाने के लिए भक्त गण घोर तपस्या करते है। भगवान शिव के बारे में मान्यता है कि वे भक्तों पर शीघ्र ही कृपा करते है। मासिक शिवरात्रि के अवसर भक्त पर भक्त व्रत ,उपवास रख की भोलेनाथ को प्रसन्न करते है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव शंकर की पूजा अभिषेक कर और उनके पसंद की वस्तुओं को अर्पित कर की जाती है। शमी के पत्ते को शिव पूजा की विशेष सामाग्री में माना जाता है। जीवन में जब कोई ग्रह पीड़ित करते है तो शिव पूजा अर्चना में शमी के पत्तों को भगवान भोलेनाथ को अर्पित किया जाता है। पूजा के दौरान शिवरात्रि व्रत कथा पढ़ते हैं या सुनते हैं। आइये जानते हैं शिव पूजा का शुभ मुहूर्त।
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मई के महीने में 28 तारीख को शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा।शिव पूजा के साथ-साथ मां पार्वती की भी आराधना करनी चाहिए. जिससे घर में सुख शांति और समृद्धि बढ़ती है।
इन मंत्रों से करें भगवान भोलेनाथ की पूजा
महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ हौं जूं स: ऊँ भूर्भुव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्.
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ
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शिव मंत्र- ऊँ नम: शिवाय