Mathura News: गुरुवार की मध्य रात्रि कोसीकला के कोटवन गांव के समीप श्री ब्रजभूषण मंदिर में अजन्मे के जन्मोत्सव को लेकर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ उत्सव मनाया गया। जिसको लेकर पूरे मंदिर को आकर्षक रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया। इस मौके ब्रजभूषण मंदिर के महंत पूज्य माधवदास मौनी जी महाराज ने मध्य रात्रि 12 बजने के दौरान शंखनाद करते हुए अजन्मे योगिराज भगवान श्रीकृष्ण का दूध दही, बुरा, शहद, गंगाजल आदि से अभिषेक कर वर्षो प्राचीन परंपरा को निभाया।
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इस दौरान मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं ने अजन्मे के जन्म की खुशी के मौके पर श्रीकृष्ण की जय के जयकारों से पूरे मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया। मंदिर के महंत मौनी महाराज ने भक्तिभाव के साथ भगवान श्री की विधिविधान के साथ पूजा अर्चना कर आरती की। वहीं, मंदिर में मौजूद भक्त अजन्मे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के साक्षी बन दर्शन किये। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार पूरे भारत वर्ष में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता रहा है।
ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण अष्टमी के दिन माता देवकी की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। पृथ्वी को कंस के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने पृथ्वी पर अवतार लिया। इसी मान्यता के अनुसार प्रतिवर्ष भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है।