विधानसभा चुनाव 2022 में बसपा ने 403 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। लेकिन केवल 1 सीटों पर ही जीत हासिल कर पायी थी। जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अब पार्टी की ओवरहालिंग और मुद्दों को उठाने की कोशिश शुरू कर दी है। ऐसे में सोमवार को उन्होंने सेना भर्ती पर लगी रोक का मामला उठाया। मायावती ने मांग करते हुए कहा कि कोरोना के हालात अब नार्मल हैं इसलिए सेना में भर्ती रैलियों के आयोजन पर पिछले दो सालों से लगी रोक हटाई जाए।
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1. कोरोना के कारण सेना में भर्ती रैलियों के आयोजन पर पिछले दो साल से लगी हुई रोक अभी आगे लगातार जारी रहेगी। संसद में दी गई यह जानकारी निश्चय ही देश के नौजवानों, बेरोजगार परिवारों व खासकर सेना में भर्ती का जज़्बा रखने वाले परिश्रमी युवाओं के लिए अच्छी ख़बर नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) March 28, 2022
बता दें कि सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि पिछले दो सालों से कोरोना के कारण सेना में भर्ती नही कि जा रही है और यह रोक आगे भी जारी रहेगा। जो नौजवानों, बेरोजगार परिवारों के लिए अच्छी खबर नही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब जबकि कोरोना के हालात नार्मल हैं, केन्द्र सरकार दोनों पहलुओं पर यथासमय पुनर्विचार करे।
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गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद मायावती ने रविवार को अपने सभी प्रत्याशीयों के साथ बैठक की और साथ ही आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव को साधने की कोशिश की। जिसको लेकर पार्टी के सभी नेता एक्टिव हो गए है।