लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने आज प्रदेश में स्कूल चलो अभियान-2023 तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा (Urban Development and Energy Minister AK Sharma) ने आज अपने 14, कालिदास आवास से अपने प्रभार मंत्री वाले जनपद आगरा और सिद्धार्थनगर की शैक्षणिक व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा की और सिद्धार्थनगर में अभियान का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अवसर पर बच्चों के स्कूल में नामांकन से लेकर बच्चों के पढ़ाई के बीच में ही स्कूल छोड़ने तथा स्कूल के व्यवस्थापन, साफ-सफाई, शौचालय आदि की व्यवस्था पर अहम सुझाव एवं निर्देश निर्देश दिए।
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ए0के0 शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि नगरों की साफ-सफाई एवं व्यवस्थापन की काफी चर्चा और प्रयास किए हैं, आज शिक्षा की व्यवस्था के संबंध में बात होगी। सबसे पहले परिषदीय विद्यालयों को अपने स्कूलों की साफ सफाई एवं बेहतर शैक्षणिक वातावरण को सुनिश्चित कराना होगा। शौचालयों की व्यवस्था, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब आदि भी उपलब्ध कराने के प्रयास करने होंगे, तभी हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर सकते हैं। परिषदीय विद्यालयों के शैक्षणिक वातावरण को ठीक करना होगा। इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों से बच्चों की लिस्ट लेकर इन बच्चों का नामांकन स्कूलों में कराना होगा और स्कूल छोड़कर जाने वाले बच्चों की भी उन्हें सुधरी जाए इसके प्रयास किए जाएं, कि उनका फिर से स्कूल में नामांकन कराया जा सके।
उनके परिवार की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक स्थितियों व परिस्थितियों का भी अध्ययन किया जाए और उनके माता-पिता को समझाया जाए जिससे कि इन बच्चों को पुनः स्कूलों तक लाया जा सके। ए0के0 शर्मा ने कहा कि यह एक बहुत ही कठिन कार्य है। भगीरथ प्रयास करना होगा। गरीब बस्तियों व ऐसे परिवारों के पास अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को जाना होगा। इस कार्य में समाज को भी जोड़ना होगा। सामाजिक संगठनों के माध्यम से समाज के संभ्रांत व्यक्तियों, व्यापारियों, उद्योगपतियों का सहयोग लेकर स्कूल की व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि समाज के सहयोग से इस कार्य को बेहतर ढंग से किया जा सकता है। बेहतर साफ़ सफाई से संचारी रोगों की रोकथाम की जा सकती है। इसको और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विद्यालयों के आसपास के नाले नालियों की साफ-सफाई जरूर कराई कराई जाए। आकांक्षी जिलों को विकसित बनाने में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान होगा। ऐसे जिले को अपनी शैक्षणिक व्यवस्था, वातावरण को ठीक करना होगा।