Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. MIT वर्ल्ड स्कूल की बस ने दुकानदार को कुचला, मौके पर मौत, घटना सीसीटीवी में कैद एक महीने में स्कूल बसों से यह तीसरा हादसा

MIT वर्ल्ड स्कूल की बस ने दुकानदार को कुचला, मौके पर मौत, घटना सीसीटीवी में कैद एक महीने में स्कूल बसों से यह तीसरा हादसा

By Sushil Singh 
Updated Date

मुरादाबाद :- मुरादाबाद के थाना सिविल लाईन इलाके में आज सुबह एक दुकानदार को स्कूल की बस ने कुचल दिया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हों गई. घटना के बाद बस चालक बस लेकर मौके से फरार हो गया. एक महीने में स्कूल कॉलेज की बस से यह तीसरी घटना हैं. मौके पर पहुचे परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस पूरी घटना का सीसीटीवी भी सामने आया हैं.

पढ़ें :- UP School Closed : कड़ाके की ठंड और कोहरे ने इस जिले में कक्षा 8 तक के स्कूलों में लगाया ताला, जानें कब खुलेंगे ?

सिविल लाईन थाना क्षेत्र की आदर्श कॉलोनी में सोवीर सिंह की दुकान हैं. सुबह साढ़े 6 बजे के आसपास जब सोवीर सिंह अपनी दुकान के सामने सफाई कर रहा था. उसी समय एमआईटी वर्ल्ड स्कूल की बस ने कुचल दिया जब आसपास खड़े लोगों ने शोर मचाया तो बस चालक ने बस को आगे पीछे किया और बस लेकर फरार हो गया. जिससे सोवीर सिंह की मौके पर दर्दनाक मौत हो गयी. घटना के तुरंत बाद मौके पर लोगो की भीड़ जमा हो गई. सूचना पर सिविल लाइन पुलिस ने मौके पर पहुच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. पुलिस की कार्यवाही को लेकर परिजनों में खासा गुस्सा व्याप्त किया है. इनका आरोप है कि पुलिस आरोपी पक्ष से मिलकर घटना का अल्पीकरण करने में लगी है. जबकि पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है.

एक महीने में स्कूल बस से हुई तीन घटनाएं:-

स्कूल बस से होने वाली एक महीने में यह तीसरी घटना हैं. प्रिंस रोड़ पर एक स्कूल बस ने स्कूटी सवार एक महिला को टक्कर मार दी थी. 23 अगस्त को कांठ रोड़ पर एक व्यक्ति को घर आते समय एक स्कूल बस ने सामने से टक्कर मार दी जिसकी हालत गंभीर बनी हुई हैं. और आज सुबह फिर एक स्कूल बस ने एक व्यक्ति को कुचल दिया. यह सभी घटना तेज रफ्तार की वजह से हुई हैं.

 

पढ़ें :- Cough Syrup Case: अखिलेश, बोले-बिना किसी दबाव के असली गुनाहगारों को पकड़िए, प्रधान-नगरी वाराणसी का ये हाल तो बाक़ी सब समझ सकते हैं?

सुशील कुमार सिंह

मुरादाबाद

Advertisement