Monica Bedi Birthday Special : 90 के दशक की बॉलीवुड फेमस एक्ट्रेस मोनिका बेदी (Monica Bedi) 48 वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहीं हैं. मोनिका बेदी (Monica Bedi) का जन्म 18 जनवरी 1975 में पंजाब के चब्बेवाल में हुआ था. मोनिका बेदी के बाद अब अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम (Underworld Don Abu Salem) पर मध्य प्रदेश के गुना के एडीएम नियाज अहमद खान (ADM Niaz Ahmad Khan) का दिल आ गया है.
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आपको बता दें, इस खबर मध्य प्रदेश के प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योंकि आमतौर पर अपराधी और सरकारी अधिकारी के बीच छत्तीस का आंकड़ा रहता है. एक-दूसरे के साथ रहना तो दूर की बात है, दोनों एक-दूसरे को देखना भी नहीं पसंद करते.
लेकिन मध्य प्रदेश के गुना के अतिरिक्त मजिस्ट्रेट एडीएम नियाज अहमद खान अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम (ahmed khan underworld don abu salem) के साथ जेल में कुछ समय बिताना चाहते हैं. दरअसल एडीएम नियाज अहमद खान साहब एक उपन्यास लिख रहे हैं.
उस उपन्यास का मेन किरदार अबू सलेम है. गौरतलब हो कि इसे पूर्व एक महिला पत्रकार अंडरवर्ल्ड डॉन बबलू श्रीवास्तव पर भी एक किताब लिख चुकी हैं.
बहराल, अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम और बॉलीवुड अभिनेत्री मोनिका बेदी की लव स्टोरी को दुनिया के सामने लाने के लिए एडीएम साहब सलेम के साथ मुंबई के तालोजा जेल में कुछ समय बिताना चाहते हैं, ताकि वह असल कहानी को जानकर उसको जनता के बीच ला सके.
बताया जाता है एडीएम नियाज अहमद खान साहब माफिया सलेम के जीवन पर आधारित उपन्यास ‘लव डिमांड्स ब्लड’ लिख रहे हैं. और वे इस उपन्यास का दो तिहाई भाग लिख भी चुके हैं. अपने अधूरे उपन्यास को पूरा करने और सलेम की मोहब्बत की हकीकत जानने के लिए एडीएम नियाज खान सलेम के साथ जेल में कुछ समय बिताना चाहते हैं.
इसके लिए वे करीब एक महीने की छुट्टी के लिए अपने विभाग में आवेदन भी कर चुके हैं. लेकिन मध्य प्रदेश प्रशासन ने उनके आवेदन को स्वीकार नहीं किया है.
बताया जाता है कि जैसे ही यह खबर सत्ता के गलियारों तक पहुंची इसका विरोध शुरू हो गया. एडीएम नियाज अहमद खान के इस कदम का विरोध करते हुए सत्ताधारी भाजपा के एक नेता ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
उनका तर्क है कि सरकार के एक एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा इस प्रकार किसी अपराधी का महिमामंडन करना उचित नहीं है. इससे समाज और जनता के बीच प्रशासन को लेकर गलत संदेश जाएगा.
गौरतलब है कि एक समय डी कंपनी के शूटर रहे सलेम को मुंबई के बिल्डर प्रदीप जैन की हत्या के आरोप में विशेष अदालत ने फरवरी 2005 में सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाई थी. साथ ही वह 1993 मुंबई ब्लास्ट धमाके में भी आरोपी है और उसके ऊपर दर्जनों आपराधिक मामले चल रहे हैं.