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मुरादाबाद गौतमबुद्ध पार्क में नया मोड़, दलित नेता के खिलाफ उतरे नगर निगमकर्मी, दलित नेता बोले नगर निगम मेरे खिलाफ रच रहा षड़यंत्र, पार्क का मुद्दा बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी उठाया था 

By Sushil Singh 
Updated Date

मुरादाबाद:- मुरादाबाद के काशीराम नगर स्थित गौतम बुद्धा पार्क में अवैध कब्जे और निर्माण कार्य को लेकर एक बार फिर से विवाद ने तूल पकड़ लिया है. गौतम बुद्धा पार्क में सीनियर केयर सेंटर निर्माण के समय नगर निगम कर्मचारियों के साथ 9 सितंबर को मारपीट का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया साथ ही कार्यवाही नहीं होने पर हड़ताल की चेतावनी दी. मारपीट का आरोप पार्क में हो रहे निर्माण के विरोध में धरना प्रदर्शन कर संगठन के ऊपर लगाया हैं. वही उस समय धरना कर रहे संगठन के लोगों का कहना हैं कि हम शांति से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं प्रशासन ने कार्य रुकवाया था हमने किसी के साथ मारपीट नहीं की हैं. नगर निगम कर्मचारी संगठन हम लोगों पर किसी षड्यंत्र के तहत फसाने की कोशिश कर रही हैं.

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गौतम बुद्धा पार्क में नगर निगम द्वारा सीनियर केयर सेंटर निर्माण कराया जा रहा था. इसके विरोध में कुछ सामाजिक संगठन पार्क के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. 9 सितंबर को बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मामले का संज्ञान लेकर एक्स पर ट्वीट किया था. उसके बाद प्रशासन हरकत में आया और मौके पर पहुंच कर निर्माण कार्य को रुकवा दिया था. उसके बाद बसपा, भाजपा, सपा, कांग्रेस, आसपा, आप, कम्यूनिष्ट और शिव सेना सहित कई राजनैतिक पार्टियां समर्थन में उतर आयी थी. जिसके बाद प्रशानिक अधिकारीयों ने बैठक कर निर्माण कार्य पूर्ण तरह बंद करवा दिया था. अब सीनियर केयर सेंटर का निर्माण किसी दूसरी जगह किया जायेगा.

नगर निगम कर्मचारी संगठन ने धरना प्रदर्शन करने वालों पर कर्मचारी के साथ लगाया मारपीट का आरोप:-

नगर निगम के कर्मचारी नेता मोहम्मद सुबहान का कहना हैं कि गौतम बुद्धा पार्क में चन्दन रैदास आदि ने नगर निगम, मुरादाबाद के अनुसूचित जाति के आउटसोर्सिंग कर्मचारी विशाल 9 सितंबर को कांशीराम नगर स्थित गौतम बुद्धा पार्क में निर्माणाधीन सीनियर केयर सेन्टर के निर्माण कार्य का रनिंग बिल बनाने हेतु पैमाईश करने अवर अभियन्ता महावीर के साथ गये थे. चन्दन रैदास ने अपने साथियो के साथ विशाल सुपरवाईजर को जान से मारने की धमकी देते हुये धक्का देकर भगा दिया और सरकारी कार्य करने नहीं दिया गया. इसके आलावा पार्क के पिंक शौचालय के बिजली कनैक्शन की केबिल काटकर अवैध रूप से धरना स्थल की बिजली जोड रखी थी. जो कि स्पष्ट रूप से विद्युत विभाग की बिजली चोरी में आता है तथा पार्क की तालाबंदी भी कर दी थी. इसी के खिलाफ आज कर्मचारी संगठन के कर्मचारियों ने चन्दन रैदास और उसके साथी के खिलाफ अधिकारीयों से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की हैं. अगर कोई कार्यवाही नहीं की तो सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे.

धरना प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ नगर निगम कर्मचारी संगठन रच रहा हैं षड़यंत्र:-

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अपने ऊपर लगे आरोपों को चन्दन रैदास एक तरह से खारिज करते हुए बताया कि हम और कई सामाजिक संगठन गौतम बुद्धा पार्क में हो रहे अवैध निर्माण रोकने के लिए अनिश्चित काल के धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. पार्क में निर्माण कर रहे किसी भी मजदूर और नगर निगम कर्मचारी के साथ मारपीट क्या हाथ तक नहीं लगाया. जब अब धरना प्रदर्शन प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ बात होने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया. धरना समाप्त हुए भी दो दिन हो गए हैं 5 दिन बाद नगर निगम के कर्मचारी के साथ मारपीट याद आयी हैं. नगर निगम मेरे खिलाफ षड़यंत्र रच रहा हैं. दुख की बात यह की नगर निगम कर्मचारी संगठन के नेता मोहम्मद सुबहान हमारे समाज के लोगों को आगे कर मुझ पर यह आरोप लगवा रहे हैं. यह वही नेता सुबहान जिनको जब अध्यक्ष बनाया गया तब इसी चन्दन रैदास ने पूरी मदद की थी. जो बड़े भाई ओमी लाल वाल्मीकि पर पार्क कब्जा करने के आरोप में नगर निगम मुकदमा लिखवाने की तैयारी कर रहा था तो चन्दन रैदास अपने सामाजिक संगठन के साथ उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़ा था. देश क्या प्रदेश में किसी भी वाल्मीकि समाज के कोई भी घटना घटती हैं तो चन्दन रैदास अपने वाल्मीकि समाज के साथ हमेशा खड़ा रहता हैं. हमने भले ही एक मां की कोख से जन्म लिया लेकिन दलित होने के नाते से हैं तो हम भाई भाई. यह सब नगर निगम द्वारा मेरे खिलाफ साजिश रचि जा रही हैं.

सुशील कुमार सिंह

मुरादाबाद

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