नोयडा। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की नोएडा यूनिट ने जासूसी मामले में शनिवार को सेक्टर-93 से चीन के तीन नागरिकों (Three Chinese Citizens) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान चेन जुफेंग, ल्यू पेनफी व हेंग क्यूचाओ के रूप में हुई है। तीनों वीजा खत्म होने के बाद भी अवैध रूप से रह रहे थे।
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आरोपियों से पूछताछ में एसटीएफ (STF) को कागजों में चल रहीं पांच फर्जी कंपनियों की जानकारी मिली है। इससे आरोपियों के हवाला कारोबार से जुड़े होने की आशंका है। तीनों के किसी विशेष नंबर की कार चलाने की भी चर्चा है, लेकिन इसे एसटीएफ के एक अधिकारी ने सिरे से नकार दिया। तीनों पूर्व में गिरफ्तार किए गए चीन के नागरिक जू फाई और गुजरात निवासी रवि नटवरलाल के करीबी बताए गए हैं। चेन जुफेंग व ल्यू पेनफी ने नगालैंड के पते पर पहचान पत्र, आधार व पैन कार्ड बनवा लिए थे। एसटीएफ ने आरोपियों के कब्जे से इन्हें बरामद किया है।
चीन के नागरिकों के अवैध रूप से भारत में रहने और जासूसी के शक में नेपाल बार्डर से हुई गिरफ्तारी की जांच एसटीएफ नोएडा यूनिट कर रही है। रवि व जू फाई की सेक्टर-93 स्थित कंपनी से तीनों आरोपी जुडे़ हुए थे। साथ ही, घरबरा स्थित चाइनीज क्लब में भी जाते थे।
हालांकि, एसटीएफ(STF) या अन्य किसी एजेंसी ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि तीनों आरोपियों का असली मकसद क्या था, लेकिन स्क्रैप कारोबार से मोबाइल के पुर्जे चीन भेजकर जासूसी, हवाला कारोबार और आयात शुल्क फर्जीवाड़े के दृष्टिकोण से एसटीएफ व अन्य एजेंसियां जांच में जुटी हैं। इससे पहले एजेंसियां दो कंपनियों की आड़ में चल रहीं नौ कंपनियों के अलावा सेक्टर-93 की कंपनी से मोबाइल के चिप प्रोसेसर आदि सहित ढाई किलो पुर्जे बरामद कर चुकी हैं। इसके अलावा भी कई लग्जरी वाहन आदि की बरामदगी की गई है।
ये है पूरा मामला
11 जून को नेपाल बॉर्डर से एसएसबी ने चीन के लु लैंग और यूं हेलंग को जासूसी के शक में गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेपी ग्रींस ग्रेटर नोएडा में रहे जू फाई व नगालैंड निवासी पटेखे रेनुओ को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। इनसे पूछताछ के बाद रवि नटवरलाल, मंगेतर इब्बानी, पुष्पेंद्र, अशोक व चीन के नागरिकों की एक के बाद एक गिरफ्तारी जारी है जबकि कई आरोपी अभी भी फरार हैं।