OCCRP Report: आर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट्स (OCCRP) ने अपनी रिपोर्ट में अरबपति गौतम अडानी और उनके पोर्ट-टू-एनर्जी ग्रुप के खिलाफ स्टॉक में हेरफेर के आरोप लगाए हैं। गुरुवार को OCCRP की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है और समूह को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने अडानी समूह की कंपनियों में निवेश किया है और उनके Mcap में आई गिरावट के बाद LIC को भी बड़ा नुकसान हुआ है।
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एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अगस्त 2023 को सभी 10 शेयरों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) लगभग 10.84 लाख करोड़ रुपये था। लेकिन 31 अगस्त को ये गिरकर लगभग 10.49 लाख करोड़ हो गया। यानी एक ही दिन में अडानी ग्रुप को लगभग 35,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जिसमें से जीवन बीमा निगम (LIC) को केवल एक सत्र में 1,439.8 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है। एलआईसी (LIC) ने अडानी ग्रुप की छह कंपनियों में भारी निवेश किया है।
आंकड़ों के मुताबिक, 30 जून को एलआईसी (LIC) के पास अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक में 9.12 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 4.26 फीसदी, अडानी टोटल गैस, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स में 6 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी थी।
गौरतलब है कि OCCRP से पहले इसी साल जनवरी के महीने में अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (American Research Firm Hindenburg) ने अडानी समूह पर स्टॉक की कीमतों में हेरफेर और अकाउंट फ्रॉड का आरोप लगाया था। उस दौरान भी अडानी ग्रुप को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। वहीं, OCCRP की ताजा रिपोर्ट से ग्रुप को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। हालांकि, अडानी समूह ने OCCRP की रिपोर्ट को भी नकार दिया है। OCCRP ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अडानी ग्रुप ने गुपचुप तरीके से अपने ही शेयर खरीदकर स्टॉक में लाखों डॉलर का निवेश किया है।