प्रयागराज। नगर निगम प्रयागराज में भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। यहां पर चेहती फर्मों को टेंडर देने के लिए सभी नियम दरकिनार कर दिए गए। ये सभी खेल मुख्य अभियंता और लिपिक की मिलीभगत से हो रहा है। भ्रष्टाचार की शिकायत प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक की गयी है। साथ ही निविदा की जांच कराकर दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की गयी है।
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दरअसल, मुख्यमंत्री नगरी सृजन योजना के पैसे से लगभग 20 करोड रुपए की निविदा की गई थी। पार्षद कमलेश तिवारी का आरोप है कि, अपनी चेहती फर्मों को काम दिलाने के लिए मुख्य अभियंता संजय कटिहार और लिपिक मुकेश कुमार वर्मा ने इसमें जमकर खेल किया। नियमों की अनदेखी कर अपने करीबी लोगों की फर्मों को निविदा दिला दी। यही नहीं इस पूरे खेल में कंसलटेंट अविनाश कुमार की भी मिलीभगत का भी आरोप है।
आरोप है कि, इन्हीं निविदाओं में वार्ड अन्दवामें लगभग 23% कम दर पर विद्या सिंह फर्म को कार्य दे दिया गया, जो समान प्रकृति के और समान जोन के कार्य हैं। अन्य कार्य एसोसिएट को 15% कम दर पर दिया जा रहा है। उनका कहना है कि, जब सभी कार्य समान प्रकृति के हैं तो क्यों नहीं निविदा में सभी फार्मों से वार्ता करके सामान प्रकृति के कार्यों को समान दर पर कार्य को आवंटन किया जाए। इससे नगर विकास की आर्थिक क्षति को रोका जा सकता है। निविदा की गाइडलाइन CVC की नियम शर्तों के अनुसार नेगोशिएशन किया जा सकता है।
10 प्रतिशत कमीशन के चक्कर में कर रहे खेल
निविदा में हो रहे भ्रष्टाचार में 10 प्रतिशतक कमीशन का खेल का आरोप है। उनका कहना है कि, मुख्य अभियंता इस खेल को अपने करीबी लोगों के साथ मिलकर कर रहे हैं और नगर निगम को खोखला करने का काम कर रहे हैं। पार्षद का आरोप है कि, मुख्य अभियंता संजय कटिहार अक्सर विवादों में रहे हैं। आगरा में तैनाती के दौरान भी काफी विवादों में आए थे और आय से अधिक संपत्ति की भी जांच चल रही है। मुकेश कुमार वर्मा के द्वारा निविदा का सभी कार्य किया जाता है लेकिन मुख्य अभियंता द्वारा हस्ताक्षर किसी अन्य लिपिक से कराई जाती है।
स्ट्रीट लाईट लगाने में भी हुआ जमकर भ्रष्टाचार
प्रयागराज में स्ट्रीट लाईट लगवाने में भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया। पार्षद अशीष कुमार द्विवेदी ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक की है। इसमें आरोप है कि, प्रयागराज विकास एवं नगर निगम प्रयागराज के द्वारा कुम्भ मेला 2024-25 के अन्तर्गत आंवटित बजट से जोन संख्या 4 में बैरहना पुलिस चौकी से लेकर मनकामेश्वर मंदिर (सिमेट्री रोड़) तक पोल एवं स्ट्रीट लाईट लगाने का कार्य किया गया। आरोप है कि, स्ट्रीट लाईट लगवाने में जमकर भ्रष्टाचार किया गया, जिसमें मुख्य अभियंता संजय कटियार समेत अन्य लोगों की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। पार्षद का आरोप है कि, शिकायत करने पर मुख्य अभियंता ने उन्हें ही डरा धमका दिया और कहा कि, इससे मेरा कुछ नहीं होगा।
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तीन गुना से अधिक दर पर हुई खरीदारी
मुख्य अभियंता पर एलईडी स्ट्रीट लाईट की खरीदारी में जमकर खेल किया गया। पार्षद ने आरोप लगाया कि, मुख्य अभियंता संजय कटियार के द्वारा लाईट की खरीदारी तीन गुना अधिक दर पर की गयी है। यही नहीं, न्यू एनर्जी फर्म के साथ मिलकर लगभग 100 पोल मानक के विपरीत लगाने का भी आरोप है। उन्होंने इस प्रकरण की जांच कराते हुए प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिशाषी अभियंता एवं प्रयाराज नगर निगम के मुख्य अभियंता के विरूद्ध जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।