नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है। विपक्षी पार्टियों ने साझा बयान जारी कर जांच एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर संघर्ष शुरू करने की बात कही है। बता दें कि यह बयान ऐसे समय आया है जब गुरुवार को नेशनल हेराल्ड अखबार (National Herald Newspaper) से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से पूछताछ करने जा रही है। इसके विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बड़े स्तर पर विरोध की तैयारी की है।
पढ़ें :- Champions Trophy 2025 : भारत की आपत्ति के बाद ICC ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, कहा- PoK नहीं जाएगी चैम्पियंस ट्रॉफी
साझा बयान के अनुसार कि ‘मोदी सरकार (Modi Government) अपने राजनीतिक विपक्षियों और आलोचकों के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर प्रतिशोध का अभियान चला रही है। कई राजनीति दलों के बड़े नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और अभूतपूर्व तरीके से उत्पीड़न किया जा रहा है।’ आगे बताया गया कि हम इसकी निंदा करते हैं और समाज के ताने बाने के बिगाड़ने वाली मोदी सरकार (Modi Government) की जन विरोधी, किसान विरोधी, संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ सामूहिक लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेते हैं।
इन दलों ने मिलाया हाथ
साझा बयान पर कई दलों ने दस्तखत किए हैं। इनमें कांग्रेस, सीपीआई (एम), वीसीके, टीआरएस, एनसीपी, शिवसेना, आरजेडी, सीपीआई, आईयूएमएल, आरएसपी, डीएमके का नाम शामिल है।
सोनिया गांधी से पूछताछ
ईडी (ED)नेशनल हेराल्ड अखबार (National Herald Newspaper) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Cases) को लेकर सोनिया से पूछताछ करने जा रही है। इससे पहले जांच एजेंसी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है। हालांकि, ईडी (ED) ने कांग्रेस अध्यक्ष को दो बार पहले भी तलब किया था, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते वह पेश नहीं हो सकी थीं।