पंचांग: सोमवार, 16 मई, 2022
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विक्रम संवत – 2079, राक्षस :
शक संवत – 1944, शुभकृतो
पूर्णिमांत – वैशाख :
अमंत मास – वैशाख
तिथि
शुक्ल पक्ष पूर्णिमा – 15 मई 12:46 अपराह्न – 16 मई 09:44 पूर्वाह्न
कृष्ण पक्ष प्रतिपदा – 16 मई 09:44 पूर्वाह्न – 17 मई 06:25 पूर्वाह्न
नक्षत्र
विशाखा – 15 मई 03:35 अपराह्न – 16 मई 01:18 अपराह्न
अनुराधा – 16 मई 01:18 अपराह्न – 17 मई 10:46 पूर्वाह्न
करण
बावा – मई 15 11:17 अपराह्न – 16 मई 09:44 पूर्वाह्न
बलवा – 16 मई 09:44 पूर्वाह्न – 16 मई 08:06 अपराह्न
कौलवा – 16 मई 08:06 अपराह्न – 17 मई 06:25 पूर्वाह्न
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योग
वरियान – 15 मई 09:49 पूर्वाह्न – 16 मई 06:17 पूर्वाह्न
परिघा – 16 मई 06:17 पूर्वाह्न – 17 मई 02:31 पूर्वाह्न
शिव – 17 मई 02:31 पूर्वाह्न – 17 मई 10:37 अपराह्न
वारा
सोमवार (सोमवार)
त्यौहार और व्रत
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:49 AM
सूर्यास्त – 6:57 अपराह्न
चंद्रोदय – मई 16 7:24 अपराह्न
चंद्रास्त – मई 17 6:30 पूर्वाह्न
अशुभ काल
राहु – 7:27 पूर्वाह्न – 9:06 पूर्वाह्न
यमगंडा – 10:44 पूर्वाह्न – 12:23 अपराह्न
गुलिक – 2:01 अपराह्न – 3:40 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 12:49 अपराह्न – 01:41 अपराह्न, 03:27 अपराह्न – 04:19 अपराह्न
वर्ज्यम – 04:52 अपराह्न – 06:18 अपराह्न
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:56 पूर्वाह्न – 12:49 अपराह्न
अमृत काल – 01:28 पूर्वाह्न – 02:54 पूर्वाह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:13 पूर्वाह्न – 05:01 पूर्वाह्न
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आनंददी योग
मित्रा तक – 01:18 अपराह्न
मनसा
सूर्या रसी
वृषभ (वृषभ) में सूर्य
चंद्र रासी
चंद्रमा तुला राशि से होते हुए 16 मई, 07:54 पूर्वाह्न तक वृषिका राशि में प्रवेश करने से पहले यात्रा करता है
चंद्र मास
अमंता – वैशाख :
पूर्णिमांत – वैशाख :
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – वैशाख 26, 1944
वैदिक ऋतु – वसंत (वसंत)
ड्रिक रितु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि – 16 मई 01:18 अपराह्न – 17 मई 05:48 पूर्वाह्न (अनुराधा और सोमवार)
चंद्राष्टम
1. पूर्व भाद्रपद अंतिम 1 पदम, उत्तरा भाद्रपद, रेवती