Weather Apps Alert: उत्तर भारत समेत देश के विभिन्न क्षेत्रों में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच एयर पल्यूशन भी बढ़ रहा है। ऐसे में लोग मौसम और एक्यूआई की जानकारी लेने के लिए विभिन्न प्रकार के वेदर ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, इन ऐप्स को इस्तेमाल करते समय लापरवाही आपको भारी भी पड़ सकती है।
पढ़ें :- सिर्फ 6999 रुपये में 50MP कैमरा व 5200mAh बैटरी वाला स्मार्टफोन; आज से पहली सेल शुरू
दरअसल, वेदर ऐप्स पर यूज़र्स की जासूसी का आरोप लगता रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 2017, 2018 और 2019 में भी Weather ऐप्स से लाखों यूज़र्स का डेटा लीक हुआ था, जिसके बाद यूज़र्स को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। ऐसे में कई वेदर ऐप्स हैं, जिनसे यूजर्स का डेटा लीक होने का खतरा है।
ऐसे होता है डेटा लीक
Google play store पर मौजूद बहुत से वेदर ऐप्स डाउनलोड करने के बाद ओपन करने पर कई तरह की परमिशन मांगते हैं और लोग बिना सोचे समझे सभी परमिशन को अलाउ भी कर देते है। इसके बाद ये ऐप्स मौसम की जानकारी देने के साथ-साथ फ़ोन की सारी एक्टिविटी भी ट्रैक करते हैं। साथ ही फोन की अन्य जानकारियां भी निकाल लेते है जिनका उनसे कोई मतलब नहीं।
इन डेटा में मोबाइल के कांटेक्ट्स, फ़ोटोज़, लोकेशन, सर्च हिस्ट्री जैसी तमाम जानकारी शामिली होती हैं। जिनको ये वेदर ऐप्स इंटरनेशनल मार्केट में दूसरी कंपनियों को बेच देते हैं। ऐसे में पर्सनल डेटा को सुरक्षित रखने और मौसम की जानकारी के लिए किसी भी Weather ऐप्स की जगह Google पर Weather सर्च कर के अपनी लोकेशन के मौसम के बारे में जान सकते हैं।