planets prince : ग्रह नक्षत्रों की चाल बदलती रहती है। ज्योतिष शास्त्र में बुध को राजकुमार कहा गया है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को ज्ञान और विद्या का कारक माना गया है। बुध ग्रह को बुद्धि, विवेक, निर्णय क्षमता आदि का कारक माना गया है। जिन लोगों का बुध ग्रह मजबूत होता है, वे नौकरी, बिजनेस और शिक्षा के क्षेत्र में नाम कमाते हैं, बेहतर प्रदर्शन करते हैं। किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कैसी है उसी के अनुरूप व्यक्ति को बुध ग्रह से संबंधित शुभ और अशुभ परिणाम मिलते हैं। बुद्धि और ज्ञान का प्रमुख कारक बुध ग्रह 29 जनवरी 2022 को मकर राशि में सुबह 5 बजकर 07 मिनट पर अपनी अस्त अवस्था से उदय अवस्था में आ जाएगा।
पढ़ें :- Ravi Pradosh vrat 2024 shubh muhurat : रवि प्रदोष व्रत में करें श्री महेश्वराय नम: का जप , जानें तिथि और पूजन विधि
शुभ बुध के लाभ
बुध ग्रह बोलने की अच्छी शक्ति देता है। बुध के शुभ स्थिति में होने पर बुद्धि तेज होती है। इसके अलावा विद्या, संतान और व्यापार का कारक भी बुध ग्रह ही होता है। अशुभ बुध के कारण जातक की बुद्धि मंद हो जाती है। साथ ही स्किन से संबंधित रोग परेशान करते हैं। इसके अलावा अशुभ बुध की वजह से बोलने की क्षमता कम होने लगती है। साथ ही संतान को कष्ट होता है।