नई दिल्ली। ब्रिटेन (Britain) में बढ़ते सियासी संकट के बीच ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) की कुर्सी खतरे में दिख रही है। बता दें कि लिज ट्रस (Liz Truss) एक महीने पहले ही प्रधानमंत्री के लिए चुनी गई थीं। इन सब के पीछे की वजह जो है वह लिज ट्रस (Liz Truss) का जनता से किए गए हर वादे से पलटना है।
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इधर यह भी खबर है कि ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के बागी नेता लिज ट्रस को पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के रूप में हटाने की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रतिद्वंदी ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के खेमे के लोग इसमें शामिल हैं। यह द टाइम्स (The Times) के लिए YouGov पोल के रूप में सामने आया है, जिसमें नतीजा निकला कि टोरी पार्टी के लगभग आधे समर्थकों का मानना है कि पार्टी ने नेतृत्व चुनाव में गलत उम्मीदवार को चुना। YouGov पोल में पाया गया कि पिछले चुनाव में कंजरवेटिव को वोट देने वालों में से 62 प्रतिशत ने कहा कि ट्रस और सुनक के बीच मुकाबले में पार्टी के सदस्यों ने गलत चुनाव किया है जबकि 15 प्रतिशत ने कहा था कि उन्होंने सही फैसला किया।
कुर्सी बचाने के लिए लिज ट्रस ने चली ये चाल
राजनीतिक संकट से बचने के लिए, ट्रस ने मिनी-बजट (Mini-Budget) को तोड़ दिया, जिससे वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मच गई और कंजर्वेटिव नेता जेरेमी हंट (Conservative leader Jeremy Hunt) के साथ क्वासी क्वार्टेंग (Quasi Quarteng) को चांसलर के रूप में बदल दिया गया। इतना ही नहीं लिज ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त कर दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या लिज ट्रस (Liz Truss) की विश्वसनीयता बनी रहती है या कुर्सी गंवानी पड़ेगी।
मोर्डंट और ऋषि सुनक के विकल्पों पर विचार
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टोरी सांसदों ने संसदीय दल के भीतर सबसे अधिक वोट हासिल करने वाले उम्मीदवार ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के विकल्प पर विचार करना शुरू कर दिया है जो अपने सहयोगियों में सबसे आगे थे और कॉमन्स की नेता पेनी मोर्डंट (Penny Mordant) तीसरे स्थान पर थीं। इस बीच, सरकार पिछले महीने के अंत में विवादास्पद मिनी-बजट के प्रभाव से जूझ रही है। ब्रिटेन के वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग (UK Finance Minister Quasi Quarteng) ने योजना से एक दिन पहले वाशिंगटन में एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की बैठक से वापस उड़ान भरी थी। आज पीएम लिज ट्रस (PM Liz Truss) ने उन्हे कैबिनेट से हटा दिया।
जबकि 10 डाउनिंग स्ट्रीट (10 Downing Street) में बैठकों के बाद कर-कटौती योजनाओं पर आगे यू-टर्न (U turn) की उम्मीद है, टोरी नेता फिर से पार्टी के नेता को बदलने की संभावना पर विचार कर सकते हैं। यह देखते हुए कि ट्रस तकनीकी रूप से नेतृत्व चुनौती का सामना नहीं कर सकती हैं जब तक कि 12 महीने तक शक्तिशाली 1922 बैक बेंच सांसदों की समिति अपने नियमों को बदलने के लिए मतदान नहीं करती है। कहा जाता है कि ये सांसद सुनक और मोर्डंट की संयुक्त टीम को समर्थन दे रहे हैं।
लिज ट्रस की लोकप्रियता गिरी
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस (British Prime Minister Liz Truss) की लोकप्रियता अपने पूर्ववर्ती बोरिस जॉनसन (Boris Johnson)से भी नीचे चली गई है। बोरिस जॉनसन के पूरे कार्यकाल में उनकी लोकप्रियता का जो न्यूनतम स्तर रहा, लिज ट्रस (Liz Truss) फिलहाल उससे भी कम लोकप्रिय हैं। जॉनसन की लोकप्रियता पार्टीगेट स्कैंडल के समय सबसे निचले स्तर पर पहुंची थी। पार्टीगेट उस कांड को कहा जाता है, जिसमें यह सामने आया था कि जब कोविड-19 महामारी में पूरा लॉकडाउन था, उस समय प्रधानमंत्री आवास में धूमधाम से क्रिसमस का उत्सव मनाया गया।
वापस ली जा चुकी टैक्स कटौती की नीति
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ट्रस सरकार की अब वापस ली जा चुकी टैक्स कटौती की नीति प्रधानमंत्री की छवि के लिए बेहद हानिकारक साबित हुई। इस कारण सिर्फ पिछले हफ्ते उनकी लोकप्रियता में दस फीसदी की गिरावट आई। अब स्थिति यह है कि 63 फीसदी से अधिक लोग ट्रस के काम से असंतुष्ट हैं, जबकि संतुष्ट लोगों की संख्या सिर्फ 16 फीसदी रह गई है। इसका कुल अर्थ यह हुआ कि उनकी लोकप्रियता -47 हो गई है। कंजरवेटिव पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि ट्रस की लोकप्रियता ब्रेग्जिट समर्थक तबकों में तेजी से गिरी है। ये वो तबके हैं, जिन्होंने 2019 के आम चुनाव में कंजरेवेटिव पार्टी को बढ़-चढ़ कर वोट दिया था। पिछला आम चुनाव जॉनसन ने ब्रेग्जिट (यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के निकलने) की प्रक्रिया पूरा करने के वादे पर लड़ा था।