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राष्ट्रपति ने याद किया यूपी विधानमंडल का इतिहास, महिला सदस्यों की कम संख्या पर जताई चिंता

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद  (President Ram Nath Kovind) ने यूपी विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सदन के सभी सदस्यों को चुने जाने पर बधाई दी। साथ ही यूपी के गौरवशाली इतिहास से लेकर मौजूदा योगी सरकार के कामकाज का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती की तारीफ भी की।

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उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा लोकसभा के सदस्य यूपी से ही चुने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्तर प्रदेश से ही चुनकर बने हैं। वहीं, इस दौरन उन्होंने कहा कि, यूपी विधानसभा में महिला सदस्यों की संख्या 47 है जो कुल सदस्यों 403 का 12 प्रतिशत है। वहीं, विधान परिषद में कुल 100 सदस्यों में महिलाओं की संख्या सिर्फ पांच है।

जिसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने विधानमंडल के इतिहास को याद करते हुए कहा कि आजाद भारत में यूपी में ही पहली महिला मुख्यमंत्री का इतिहास रचा गया। बंगाल में जन्मीं और सिंधी परिवार में ब्याही गईं सुचिता कृपलानी राज्य की पहली मुख्यमंत्री बनीं। राष्ट्रपति ने कहा कि इतिहास के हर दौर में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य रहा है। संविधानसभा में भी सबसे अधिक प्रतिनिधि इसी राज्य से थे। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव और मायावती के योगदान का भी जिक्र किया।

आपकी गरिमामयी उपस्थिति हम सभी के लिए नई प्रेरणा
इस मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि, राष्ट्रपति जी, आपकी गरिमामयी उपस्थिति हम सभी के लिए नई प्रेरणा है। यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है, इस ऐतिहासिक अवसर पर हमें आपका महत्वपूर्ण सम्बोधन व मार्गदर्शन प्राप्त होने वाला है। उन्होंने कहेा कि, यह भारत की लोकतंत्र की ताकत है कि एक सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर देश के गौरव व गरिमा को बढ़ाना, यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है।

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