नई दिल्ली। 2000 के दशक की शुरूआत में भारतीय लोग ऑनलाइन गेमिंग के बारे में जानने लगे। उस समय वे कंसोल्स या पीसी के ज़रिए ऑनलाइन गेमिंग का लुत्फ़ उठाते थे। आज तकरीबन दो दशक के बाद भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से विकसित होता मोबाइल गेमिंग मार्केट बन चुका है। केपीएमजी की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में ऑनलाइन गेमिंग 22 फीसदी सालाना दर से बढ़ रही है। भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वाले यूज़र्स की बड़ी संख्या इसका मुख्य कारण है। इसके अलावा क्लाउड गेमिंग के विकास और महामारी के चलते सब्सक्रिप्शन प्लेटफॉर्म्स में बढ़ोतरी के कारण भी ऑनलाइन गेमिंग का बढ़ावा मिल रहा है। देश में ऑनलाइन गेमिंग की विकास दर को देखते हुए कनोडिया ग्रुप ने ऑनलाइन-एजुकेशनल गेमिंग प्लेटफॉर्म क्विज़बी का लॉन्च किया।
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क्विज़बी एक प्रतिस्पर्धी और नॉलेज-बेस्ड मोबाइल प्लेटफॉर्म है। यह एक एंड्रोइड ऐप्लीकेशन है जो मुवीज़, क्रिकेट, टैªवल, फूड, जनरलनॉलेज और पज़ल्स में मल्टीपल पेड चैलेन्जेज़ देता है। क्विज़बी के सह-संस्थापक और टेक्नोक्रेट्स अमित खेतान और अभिनव आनंद इस ऐप्लीकेशन के साथ ऑनलाइन गेमिंग स्पेस में ज़बरदस्त बदलाव लेकर आए हैं। क्विज़बी एक बी2सी गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जो गेमिंग के साथ-साथ छात्रों, अभिभावकों और नौकरी ढूंढने वाले उम्मीदवारों का ज्ञान बढ़ाने में भी मदद करता है।
क्विज़बी क्विज़ और ट्रिविया लवर्स के लिए बेहतरीन डेस्टिनेशन है, जिसे कनोडिया ग्रुप द्वारा सीड फंडिंग दी गई है। यह गेमर्स को क्विज़ खेलने और प्रतिस्पर्धा करने का मौका देता है, इससे न सिर्फ उनका ज्ञान बढ़ता है बल्कि उन्हें रियल टाईम में पैसा जीतने का अवसर भी मिलता है। अब तक कई प्रतियोगी एक महीने में रु 30,000 तक की नकद राशि (लगभग) जीत चुके हैं। क्विज़बी एक रियल टाईम गेमिंग ऐप है। कई मामलों में यह छात्रों के लिए पैसा कमा कर उनकी पढ़ाई की फीस जमा करने में भी मददगार साबित हुआ है। इस प्लेटफॉर्म पर नियमित रूप से चैलेंजेज़ लेने वाले यूज़र्स रु 1 लाख तक का बम्पर पुरस्कार भी जीत सकते हैं। साथ ही क्विज़बी ने बताया कि उनके ऑनलाईन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर यूज़र्स की संख्या में 500 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।